यूपी : मुख्यमंत्री ने नवनिर्वाचित 58 हजार ग्राम प्रधानों के साथ किया वर्चुंअल संवाद, आदर्श और आत्मनिर्भर पंचायत बनाने पर जोर

द लीडर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्राम पंचायतों को जितना पैसा जाता है, उतना विधायकों को भी नहीं मिलता. इसलिए प्रधानों को चाहिए कि वे अपने गांवों को “स्मार्ट विलेज’ बनाएं. पंयायत घरों को मिनी सचिवालय के रूप में विकसित करें. आज प्रधानों को नाली-खड़ंजे से आगे सोचने की जरूरत है. इस मकसद के साथ काम करें कि अपनी पंचायत को आत्मनिर्भर बनाना है. उसकी आमदनी के सोर्स भी पैदा करने हैं.

शुक्रवार को मुख्यमंत्री योेगी आदित्यनाथ ने 58 हजार ग्राम प्रधानों के साथ वर्चुअल संवाद में ये बातें कहीं. इसमें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, पंचायती और ग्राम्य विकास विभाग के मंत्री भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने 10 प्रधानों से बात की. और गांवों के विकास को लेकर उनकी योजनाएं जानने की कोशिश की. हालांकि अधिकांश प्रधान मुख्यमंत्री के सामने विकास का कोई शानदार रोडमैप प्रस्तुत नहीं कर पाए.

फिर भी मुख्यमंत्री उनका हौसला बढ़ाते हुए अच्छे काम के लिए प्रोत्साहित करते रहे. उन्होंने कहा कि पंचायतों के पास अभी भी 10 हजार करोड़ रुपये हैं. प्रधानों को अपने पंचायत को मॉडल के रूप में विकसित करके नजीर पेश करनी होगी. हम कोशिश करेंगे कि पंचायतों के बीच एक प्रतियोगिता कराई जाए, जिसमें अच्छा काम करने वाली पंचायतों को प्रोत्साहित किया जा सके.


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सीएम ने गांवों की स्वच्छता पर सबसे अधिक जोर दिया. उन्होंने कहा कि बरसात का मौसम आने को है. इसमें डेंगू, मलेरिया समेत अन्य बीमारियां फैलती हैं. हर सप्ताह गांव में तीन बार फॉगिंग, सेनेटाइज कराएं. नालियां साफ रहें. स्कूल-पंचायत घर और स्वास्थ्य केंद्रों पर सफाई का विशेष ध्यान रखें.

संक्रमणकाल में प्रधानों के सहयोग को सराहाते हुए कहा कि विशेषज्ञ ये आशंका जता रहे थे कि यूपी में 30 लाख संक्रमण के केस होंगे. लेकिन गांवों की निगरानी समितियों के सहयोग से ये आशंका गलत साबित हुई. आज राज्य में संक्रमण दर सबसे कम है. आगे भी ऐसा ही सहयोग करना है. बाहर से आने वालों पर नजर रखनी है. जांच का सिलसिला नियमित चले.

अपनी पंचायत को कहां देखना चाहता हैं-खुद तय करें
मुख्यमंत्री ने प्रधानों की हौसलाअफजाई करते हुए कहा कि वे खुद तय करें कि पांच साल में अपनी पंचायत को किस स्थान पर देखना चाहते हैं. जब इस सोच के साथ काम करेंगे तो निश्चित रूप से गांवों की तकदीर बदल जाएगी और वे शहरों से अच्छे होंगे.


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गांवों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवोंइ में पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाएं. इससे भजन या देशभक्ति के गीत बजाए जा सकते हैं, जिससे गांवों में सकारात्मक आएगी. लेकिन ऐसा सभी की सहमति से ही करें. ये सिस्टम ग्रामीणों को अन्य सूचनाएं देने के काम भी आ सकता है.

Ateeq Khan

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