द लीडर : उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के सीडीओ (Chief Devlopment Officer)हैं IAS दिव्यांशु पटेल. जो पत्रकार कृष्णा तिवारी (Juornalist Krishna Tiwari) की पिटाई के आरोप में घिर गए हैं. घटना मियांगंज ब्लॉक प्रमुख चुनाव (Block Pramukh Chunav) की है. CDO दिव्यांशु पटेल का एक वीडियो वायरल हो गया है. जिसमें वो पत्रकार को पीटते नजर आ रहे हैं. ये वही दिव्यांशु पटेल हैं, जो बाराबंकी में एसडीएम (SDM) और ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट रहते हुए रामसनेही घाट मस्जिद (Ramsanehi Ghat Masjid Dispute) प्रकरण से चर्चा में आए थे. (Unnav CDO Divyansu Patel)
दिव्यांशु पटेल 2027 बैच के आइएएस ऑफिसर हैं. 8 मई 2020 को दिव्यांशु ने बाराबंकी में ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट का पद्भार संभाला था. इसी साल मई माह में बाराबंकी के रामसनेही घाट तहसील परिसर में मस्जिद का ढांचा ढहा दिया गया था. ये मामला राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुर्खियां बनी थी.
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कार्यवाही के बाद तहसील और जिला प्रशासन ने ये दावा किया था कि ढांचा अवैध था. नोटिस के बाद कार्यवाही की गई. इसको लेकर देश भर के मुस्लिम समाज ने प्रशासन की कार्यवाही पर आक्रोश जताया था. और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. हालांकि बाद में ये मामला हाईकोर्ट पहुंच गया. (Unnav CDO Divyansu Patel)
इस घटना के कुछ समय बाद ही शासन ने दिव्यांशु पटेल का प्रमोशन करके उन्हें उन्नाव का सीडीओ बनाया था. शनिवार को राज्य में ब्लॉक प्रमुख चुनाव था.
कई जिलों में विवाद हुए. उन्नाव भी इससे अछूता नहीं रहा. बल्कि वो चुनावी विवाद के केंद्र में आ गया. इसलिए, क्योंकि सीडीओ दिव्यांशु पटेल का पत्रकार को पीटने का वीडियो वायरल हो गया.
पत्रकार संगठनों ने इस घटना की निंदा की है. और वे दिव्यांशु पर कार्रवाई की मांग उठा रहे हैं. इस मामले में डीएम ने जांच का आश्वासन दिया है. (Unnav CDO Divyansu Patel)
पत्रकार को आइएएस के पीटने की हरकत की निंदा
एक आइएएस ऑफिसर द्वारा खुलेआम नेताओं के साथ मिलकर पत्रकार को पीटने जाने जाने की घटना की राजनीतिक दलों ने कड़ी आलोचना की है. समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, एआइएमआइएम से लेकर अन्य दलों के नेताओं ने निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है.
जेएनयू से पासआउट दिव्यांशु
दिव्यांशु पटेल दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU)से पासआउट हैं. 2017 में उन्होंने संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा में सफलता पाई थी.
जेएनयू में पढ़ाई के दौरान दिव्यांशु मुखर रहे हैं. डिबेट में हिस्सा लेने के उनके कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं. जहां वे एक प्रोटेस्ट में ब्राहमणवाद और सनातन परंपरा को लेकर टिप्पणी करते हैं.
ये वही CDO दिव्यांशु पटेल, IAS हैं, जिन्होंने "गुंडा" रूप धर पत्रकार पर हमला किया। ब्राह्मणवाद बता रहे जो रहा नहीं। सत्ता, ताकत, अधिकार का अब जो दुरुपयोग करते हैं उनके लिए "ब्रह्मनिकल माइंडसेट" शब्द है। पत्रकार पर हमला इसी " माइंड सेट" का परिणाम है। pic.twitter.com/jEXGaznH4P
— Parvez Ahmad (@parvezahmadj) July 11, 2021
दिव्यांशु का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जो जेएनयू में पढ़ाई के दौरान का है. वो एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार के साथ बात कर रहे हैं. ” दिव्यांशु पटेल कह रहे हैं कि संस्कृत में गोल्ड मेडलसिस्ट थे और उन्हें नौकरी नहीं दी गई. ये कहकर कि आप कुर्मी हैं और संस्कृत नहीं पढ़ा सकते हैं. उन्हें ये डर था कि तुम जेएनयू पहुंच गए हो तो कहीं ब्राहमणवादी तुम्हें खा न जाएं. ये उनके शब्द थे.” (Unnav CDO Divyansu Patel)
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पूर्व आइएएस ऑफिसर कन्नन गोपीनाथ ने घटना को लेकर लिखा-एक आइएएस अधिकारी पत्रकार को खुलेआम पीट रहा है. लेकिन अब तक अधिकांश मीडिया द्वारा कवर नहीं किया जा रहा. ये हर ताकवतर स्थिति का हाल है.
In US it took a Trump to say that he could shoot a guy in public and still won’t lose voters.
In India any officer can beat a guy in public and still won’t be transferred. Forget suspension or enquiry or criminal case. Won’t even be transferred.
— Kannan Gopinathan (@naukarshah) July 11, 2021
पत्रकार के साथ हुई इस घटना पर अभी तक देश के शीर्ष पत्रकार संगठन-एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया की कोई टिप्पणी नहीं आई है. लेकिन स्थानीय पत्रकार इस मामले में प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बना रहे हैं.