UP : आला हजरत दरगाह पर पहुंचे उलमा, उर्स में बवाल मामले पर शाम को मीटिंग

द लीडर : आला हजरत के उर्से रजवी में हुए बवाल मामले में जायरीन के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने की, दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हानी मियां के अल्टीमेटम की मियाद आज पूरी हो रही है. जुमे की नमाज के बाद दरगाह पर उलमा और इमामों की बैठक होगी. इसमें शामिल होने के लिए तहरीक-ए-फरोग इस्लामी के अध्यक्ष मौलाना कमर उस्मान गनी के अलावा कई और उलमा बरेली पहुंच गए हैं. इस सबके बीच मामले का पटाक्षेप करने की भी कोशिशें जारी हैं. (Ala Hazrart Dargah Bareilly)

दरगाह आला हजरत पर रोजाना की तरह ही आम जायरीन की हाजिरी का सिलसिला चल रहा है. मौलाना भी पहुंच रहे हैं. नमाज के बाद मस्जिदों के इमाम और उलमा बैठक में हिस्सा लेने दरगाह पहुंचेंगे.

दरगाह से जुड़े लोगों के मुताबिक शासन और प्रशासन के उच्चाधिकारियों से बात हुई है. यही आश्वासन मिला है कि किसी बेकसूर जायरीन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी. (Ala Hazrart Dargah Bareilly)

लेकिन दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हानी मियां और सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की स्पष्ट मांग है कि, मौलाना दानिश को रिहा किया जाए. और जिन अज्ञात जायरीन के खिलाफ केस दर्ज है. उसे वापस लें. इसको लेकर मौलाना सुब्हानी मियां एसएसपी से भी बात कर चुके हैं.


इसे भी पढ़ें –दरगाह आला हजरत पर इमामों की मीटिंग, मौलाना सुब्हानी मियां की आशंका-लखीमपुर से ध्यान हटाने की कोशिश तो नहीं


 

चूंकि मौलाना दानिश को जेल भेजा जा चुका है. लिहाजा उनकी जमानत की प्रक्रिया भी चल रही है. दरगाह की मांग के बाद पुलिस की ओर से दबिश नहीं की जा रही है. शुक्रवार को 4-5 बजे आस-पास दरगाह पर बैठक होगी. इसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी.

यूपी के बरेली में 2 से 4 अक्टूबर तक आला हजरत का उर्स मनाया गया था. 4 अक्टूबर को कुल था. इसमें शामिल होने आए जायरीन को पुलिस ने बैरियर लगाकर शहामतगंज चौराहे पर रोक दिया था.

 

इसका विरोध हुआ. जायरीन-पुलिस के बीच झड़प हो गई. कुछ पत्थर भी फेंके गए. पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इसी मामले में मौलाना दानिश को गिरफ्तार किया. और 7 नामजद समेत 400 से 500 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

दरगाह प्रबंधन का आरोप है कि विवाद जायरीन नहीं बल्कि पुलिस की गलती से हुआ है. पुलिस ने जायरीन को रोका. उन्हें भड़काकर शहर को आग में झोंकने की नापाक कोशिश की है. इसके जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. और जायरीन पर दर्ज मामले वापस लिए जाएं. (Ala Hazrart Dargah Bareilly)

दरगाह प्रमुख के गिरफ्तारी देने के ऐलान पर मुस्लिम समाज में हलचल तेज हो गई है. और सुन्नी-बरेलवी मत के मौलाना दरगाह के समर्थन में सामने आ रहे हैं. ये विवाद खत्म होगा या और आगे बढ़ेगा. शाम तक ये भी स्पष्ट हो जाएगा.

Ateeq Khan

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