द लीडर हरिद्वार/ देहरादून
नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत लगातार पिछली सरकार के फैसले पलट रहे हैं उन पर सवाल भी उठाने लगे हैं। असर त्रिवेंद्र पर होने लगा है। हरिद्वार कुम्भ को लेकर आज उन्होंने भी तीरथ के फैसले पर सवाल उठाए हैं।
मुख्यमंत्री लॉक डाउन के दौरान दर्ज 4500 मुकदमे वापस लेने के बाद एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में पुरानी सरकार पर सवाल भी उठा दिया। उन्होंने बताया कि उस दौर में ऐसे लोगों पर भी मुकदमा लिख दिया गया जो परेशान लोगों को खाना पहुंचा रहे थे
त्रिवेंद्र हरिद्वार कुम्भ में खुल रही पोल को लेकर ज्यादा परेशान हैं।सोमवार को जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य अवधेशानंद से मिलने गए त्रिवेंद्र ने कहा कि कुम्भ में जिस तरह खुली छूट दी जा रही है वह खतरनाक हो सकती है। कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में बिना कोविड नेगेटिव सर्टिफिकेट के कुम्भ में प्रवेश महामारी फैला सकता है।
उल्लेखनीय कि तीरथ ने शंकराचार्य नगर और अखाड़ों को जमीन उपलब्ध कराने के साथ ही सभी श्रद्धालुओं को स्नान करने देने का निर्देश किया था। इन व्यवस्थाओं के लिये पहले जारी राशि दूसरे मदों में ख़र्च होने से अफसर भी परेशान हैं। त्रिवेंद्र सरकार ने पहले के लिए प्रस्तावित सारी व्यवस्थाओं को हरी झंडी दी। इसमें संतों के लिए शिविर आदि लगाने का खर्चा भी था। फिर कोविड का हवाला देकर कई काम टाल दिये गए। अब इन व्यस्थाओं के नए आदेश हो गए तो अफसर कह रहे हैं कि पैसा तो अन्य मदों में खर्च कर दिया गया।
ऐसे में पुराने मुख्यमंत्री के हरिद्वार जाकर बयान देने के निहितार्थ निकाले जा रहे हैं।