द लीडर डेस्क
ट्विटर और फेसबुक ने तो अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति दादा डोनाल्ड ट्रंप से आंखे मोड़ ही ली। बुधवार को फेसबुक के पर्यवेक्षण बोर्ड की बैठक के बाद उनकी एक और उम्मीद टूट गई। अब ट्रम्प भी कितने दिन चुप रहें सो एक नए मंच के साथ मैदान में उतर ही आये। सेव अमेरिका (saveAmerica) उनकी सियासत का मंत्र है । नए मंच में ये नारा प्रमुखता से दिख रहा है। यानी ट्रम्प दादा की पॉलिटिक्स नए अंदाज में शुरू हो रही है।
DonaldjTrump.com/desk पर अवतरित होकर उन्होंने From the desk of Donald J Trump के नाम से नई दुकान खोली है। इस ग्लोरिफाइड ब्लॉग से वह अपने प्रशंसकों के रूबरू हो रहे हैं। इसमें sign up for alerts का विकल्प है। यानी आप चाहें तो आपको नियमित उनकी डेस्क की सूचनायें मिलती रहेगी और आप अपने ट्विटर या फेसबुक पर चेप कर डोनाल्ड दादा की भड़ास आगे बढ़ा सकते हैं। हां यहां तो shop और contribute का भी विकल्प है।
तो फ्रॉम द डेस्क ऑफ डोनाल्ड जे ट्र्ंप नाम के मंच से वह लोगों के साथ संवाद करेंगे। संवाद शुरू हो चुका है। पहला तंज उन्होंने लिज़ चेनी पर किया है उनकी पार्टी की पुरानी साथी जिन्होंने अमेरिकी संसद पर हमले को लेकर ट्रम्प का मुखर विरोध किया था और उन्हें अतिवादी कहा था। इससे ट्रम्प के इरादों का अंदाजा तो मिल ही जाता है। यूएस कैपिटल पर हमले की प्रतिक्रिया के बाद ही ट्रम्प का फेसबुक अकाउंट निलंबित कर दिया गया था। अपना अकाउंट बंद होने के बाद ट्रम्प ने अपनी बहू लारा के अकाउंट पर दिए गए इंटरव्यू को भी हटा दिया। 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद से यह ट्रम्प का पहला ऑन-कैमरा साक्षात्कार था।
बुधवार को सोशल मीडिया नेटवर्क के अर्ध-स्वतंत्र पर्यवेक्षण बोर्ड (ओवरसाइट बोर्ड) ने फेसबुक पर उनके अकाउंट के निलंबन को बरकरार रखने के संस्तुति की। बोर्ड को हालांकि उस तरीके में कमी नजर आई जिसके तहत फेसबुक ने यह फैसला लिया था। बोर्ड ने कहा, ‘फेसबुक के लिए अनिश्चितकाल के लिए निलंबन का अनिश्चित और मानकविहीन जुर्माना लगाना उचित नहीं था।’
बोर्ड ने कहा कि फेसबुक के पास सात जनवरी को लगाए गए मनमाने जुर्माने के खिलाफ फिर से जांच कर कोई और जुर्माना तय करने के लिए छह महीने का समय है जिससे उल्लंघन की गंभीरता और भविष्य में नुकसान की संभावना परिलक्षित हो। बोर्ड ने कहा, नया जुर्माना निश्चित रूप से स्पष्ट, अनिवार्य, आनुपातिक व गंभीर उल्लंघनों को लेकर फेसबुक के नियमों के मुताबिक होना चाहिए।
पर्यवेक्षण बोर्ड ने कहा कि फेसबुक अगर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खाते को बहाल करने का फैसला करता है तो कंपनी को आगे होने वाले नियमों के उल्लंघनों का तत्काल पता लगाने में सक्षम होना चाहिये। फेसबुक के ओवरसाइट बोर्ड के 20 सदस्य हैं। इनमें से पांच अमेरिकी हैं।