द लीडर : इससे ज्यादा क्रूर वक्त और क्या होगा? आम इंसान पहले से बेबस है. ताकतवर, धनवानों का हाल भी वैसा ही है. दौलत है. रुतबा भी. लेकिन कुछ काम नहीं आ रहा है. ऑक्सीजन मिल रही न अस्पताल में बेड. लोग तड़प-तड़पकर जान गंवा रहे हैं. सरकार, समाज सब हर संभव संसाधन मदद में जुटे हैं. ताकि इस महामारी से मिलकर लड़ा जा सके. ऐसे हालात में कुछ ऐसे किरदार भी सामने आ रहे हैं, जिनका जमीर मर चुका है. मानवता को शर्मसार कर देने वाली उनकी करतूतें इसकी बानगी हैं. (Four Incidents Humiliate Humanity Epidemic)
बुधवार को देश के अलग-अलग हिस्सों में कुछ ऐसी घटनाएं घटीं, जिन्हें जानकर कोई भी इंसान हिल जाएगा. ऐसी चार घटनाएं प्रस्तुत हैं, पढ़िए.
घटना पटना की है. कोविड वैक्सीन लगवाने का झांसा देकर एक लड़की का कथित पर दो लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया. समाचार एजेंसी आइएएनएस ने एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि आरोपियों की पहचान रॉकी और मंटू के रूप में की गई है. उन्हें मालसलामी पुलिस स्टेशन में 375डी के तहत गिरफ्तार किया गया.
पटना में कोविड वैक्सीन लगाने का झांसा देकर एक लड़की का कथित तौर पर दो लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया। एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान रॉकी और मंटू के रूप में की गई। उन्हें मालसलामी पुलिस स्टेशन में 376 डी के तहत गिरफ्तार किया गया है। #Bihar pic.twitter.com/bjec8tU19L
— IANS Hindi (@IANSKhabar) April 28, 2021
एक अन्य घटना भी यूपी की है. एक बेटे ने अपनी मां का अंतिम संस्कार करने से इसलिए मना कर दिया, क्योंकि उनकी मौत कोरोना से हुई थी. जिसके बादद स्थानीय लोगों की मदद से बेटी ने अपनी मां का अंतिम संस्कार कराया.
यूपी में एक बेटे ने अपना मां का अंतिम संस्कार करने से इसलिए मना कर दिया, क्योंकि उसकी मौत कोरोना से हुई थी। जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से बेटी ने अपनी मां का अंतिम संस्कार किया। #uttarpardesh pic.twitter.com/hnqfErtPUK
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मुरादाबाद में रेमडेसिविर और फैबिफ्लू की अवैध बिक्री करने वाले चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उनके पास से दो रेमडेसिविर इंजेक्शन और 12 फैबिफ्लू टैबलैट बरामद किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक ये अस्पतालों में काम करने वाले नर्सिंग स्टॉफ के लोग हैं, जो मरीजों को दी जाने वाली दवा चुराकर बाजार में बेचते थे.
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उत्तर प्रदेश के एक गांव में 55 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत हो गई. गांव वालों ने महिला को अंतिम संस्कार नहीं होने दिया. बेबस पति अपनी पत्नी की लाश साईकिल पर लेकर घूमते रहे. इसको लेकर वरिष्ठ पत्रकार नदीम ने ट्वीट किया, उन्होंने लिखा-माना लिया पूरा सिस्टम ध्वस्त हो गया है. पीएम, सीएम, डीएम सब दोषी हैं. लेकिन कहां गयी समाज की इंसानियत? क्या पीएम, सीएम, डीएम ने गांव में जाकर पड़ोसियों को इस बूढ़े को पत्नी की लाश के अंतिम संस्कार में मदद से रोका था? लानत है उस पूरे गांव पर, धिक्कार है. कोई एक बंदा तो निकल सकता था मदद को.
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मुजफ्फरनगर में अनुभव शर्मा की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार की रस्म अनुभव के अजीज दोस्त मुहम्मद यूनुस ने अदा की. दाह संस्कार करती ये तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. लोग सामाजिक एकता और मुहब्बत के इस रिश्ते को सलाम कर रहे हैं. तमाम घटनाओं के बीच यकीनन ये तस्वीर लोगों के दिलों को सुकून दे रही है.
https://twitter.com/Nawab__Here__02/status/1387401450700034050?s=20