हुज़ूर ताजुश्शरिया के ज़िंदगीभर शुक्रगुज़ार रहेंगे ये डॉक्टर बच्चे

द लीडर हिंदी: दरगाह आला हज़रत के 105 साल पुराने संगठन जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान हसन फ़रमान मियां आर्थिक तौर पर कमज़ोर बच्चों की ज़िंदगी खुशियों से भरने की कोशिश में लगे हैं. आला हज़रत हुज़ूर ताजुश्शरिया वेलफेयर सोसायटी की तरफ से इस बार भी 100 बच्चों को अपने खर्च पर नीट और यूपीएससी की तैयारी कराई. नीट में सात बच्चे अच्छे अंक लाए हैं. देवेंद्र कुमार ने 651, फ़ैज़ान 620, दिव्यांश 580, अब्दुल्ला 552, मोईन ख़ान 532, सीमा 528 और फ़ैजान ने 588 अंक हासिल किए हैं. फ़रमान मियां ने इन बच्चों के ब्राइट फ्यूचर की दुआ करते हुए कहा है कि ऐसे सभी स्टूडेंट जिनके सामने आर्थिक दिक़्क़तें हैं, वो पढ़ाई जारी रखते हुए हमसे संपर्क कर सकते हैं.

हर साल बिना किसी भेदभाव के 100 बच्चों का चयन फ्री कोचिंग के लिए किया जाता है. इसके साथ ही ऐसे मरीज़ जो महंगा इलाज कराने में असमर्थ हैं, वो भी दरगाह आला हज़रत स्थित जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के मुख्यालय पर राब्ता कर सकते हैं. अगर डॉक्टर ने ऑपरेशन बताया है तो वो भी कराया जाएगा. फ़रमान मियां ने द लीडर हिंदी को बताया कि इन कामों का मक़सद सिर्फ इतना सा है कि सामाजिक असामानता दूर हो. मेहनतकश लोगों के बच्चे भी डॉक्टर, इंजीनियर और बड़े अधिकारी बन सकें. उनके चेहरों पर कामयाबी की मुस्कराहट दिखाई देनी चाहिए. बस इतना सा ख़्वाब है.https://theleaderhindi.com/rahul-gandhi-can-be-made-the-leader-of-opposition-in-lok-sabha-this-leader-asked-for-votes/

Abhinav Rastogi

पत्रकारिता में 2013 से हूं. दैनिक जागरण में बतौर उप संपादक सेवा दे चुका हूं. कंटेंट क्रिएट करने से लेकर डिजिटल की विभिन्न विधाओं में पारंगत हूं.

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