लंदन से आए ईद के चांद को लेकर सटीक आंकलन का हो रहा ख़ूब चर्चा

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The Leader. एक माह रमज़ान के रोज़ों के बाद हफ़्ते यानी शनिवार को ईदुल फ़ित्र मनाई जाएगी. उससे पहले चांद के जुमे को ही दिखाई देने के सटीक आंकलन का चर्चा हो रहा है, जो इंग्लैंड में मानचेस्टर के मौलाना समीरुद्दीन क़ासमी ने किया था. वीडियो जारी करके पहले ही बता दिया था हिंदुस्तान से लेकर पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान तक ईद का चांद जुमे को दिख जाएगा. कितनी देर तक दिखाई देता रहेगा, यह भी बता दिया था. मौलाना का साइंटिफिक तरीक़े से निकाला गया हिसाब-किताब सही साबित हुआ है.


दरगाह आला हज़रत के सुब्हानी मियां ने यह क्यों कहा-मुसलमान सादगी से मनाएं ईद


अपने देश की बात करें तो सुन्नी बरेलवी मुसलमानों के मरकज़ दरगाह आला हज़रत से लेकर मुसलमानों के सभी प्रमुखों मरकज़ों से शनिवार को ईद मनाने का एलान कर दिया गया है. दरगाह आला हज़रत के प्रमुख मौलाना सुब्हान रज़ा ख़ान सुब्हानी मियां और सज्जादानशीन मुफ़्ती मुहम्मद अहसन रज़ा ख़ान क़ादरी अहसन मियां ने ईद की मुबारकबाद दी है. साथ में मुसलमानों का आह्वान किया है कि ईद आपसी भाईचारे और खुशियों का त्यौहार है. सभी लोग आपसी गिले-शिकवे मिटाकर एक दूसरे से गले मिलें. खुशियां आपस में बांटे. अमन व शांति के साथ रहकर देश मे आपसी सौहार्द को बढ़ावा देने और नफ़रत फैलाने वालों संगठनो के नापाक मंसूबों को नाकाम करने की कोशिश करते रहें.


इसलिए बरेली मरकज़ को नागवार गुज़रा सऊदी अरब सरकार का हज से जुड़ा यह फ़ैसला


ईद का चांद दिखाई देने से पहले जुमातुल विदा रमज़ान के आख़िरी जुमे की नमाज़ देशभर में अमन-चैन और सुकून भरे माहौल में अदा की गई. सभी मस्जिद भीड़ से भरी रहीं. शासन की गाइडलाइन का पालन किया गया. नमाज़ी मस्जिदों के अंदर ही रहे. यहां तक कि यूपी के ज़िला बरेली स्थित सबसे छोटी मस्जिद चौकी चौराहा पर भी नमाज़ी सड़क पर दिखाई नहीं दिए. क़रीब 25 लोगों के नमाज़ पढ़ने की जगह है, उतने ही लोग मौजूद रहे. मस्जिद फुल होने के बाद आने वालों को दूसरी मस्जिदों में भेज दिया गया. इस बीच प्रशासन और पुलिस के अफसर फोर्स के साथ मुस्तैद रहे.