संभल में दरोगा और तीन सिपाहियों पर गिरी गाज, हुए निलंबित : युवक को छोड़ने के बदले में ली थी 80 हजार की रिश्वत

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द लीडर। पुलिस लोगों की सुरक्षा के लिए होती है। लेकिन संभल जिले की पुलिस की दबंगई से लोग परेशान हैं। जी हां जिला संभल के कुड़फतेहगढ़ थाने में तैनात एक दरोगा रत्नेश कुमार का डांस कार्यक्रम के दौरान एक मंदबुद्धि युवक को घसीटते हुए ले जाने और उसे जमीन पर पटकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें पुलिस का अमानवीय चेहरे सामने आया। तो वहीं अब संभल के बहजोई थाने में तैनात दारोगा मुरली धर व साथ में मौजूद सिपाही और थाने के मुंशी का 80 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

युवक को छोड़ने के लिए पुलिस ने ली 80 हजार की रिश्वत

यहां दारोगा ने एक युवक को छोड़ने के लिए 80 हजार की रिश्वत ली। आरोपी युवक के परिजन रिश्वत लेकर दरोगा के कमरे पहुंचे और दारोगा को रिश्वत दे दी। वहीं इसका वीडियो किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। हालांकि दारोगा की रिश्वतखोरी का वायरल वीडियो कुछ महीने पुराना बताया जा रहा है।


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जिला सम्भल के बहजोई थाना क्षेत्र के रमपुरा गांव के निवासी को पुलिस गिरफ्तार कर ले गई थी। वहीं युवक को छोड़ने के बदले में बहजोई थाने में तैनात दारोगा मुरलीधर ने 80 हजार रूपए की रिश्वत की मांग की थी। वहीं युवक के परिजन रिश्वत लेकर दारोगा मुरलीधर के कमरे पर पहुंचे और उनको रिश्वत दी। जिसके बाद दारोगा ने युवक को छोड़ दिया था।

थाने के मुंसी ने भी रिश्वत लिया

परिजन दरोगा को रिश्वत देकर थाने में बंद अपने आदमी को लेने पहुंचे तो थाने के मुंसी ने भी पीड़ित परिजन से रिश्वत मांगी और थाने के मुंसी ने भी 500 रूपये ले लिए। तब थाने के मुंसी ने आरोपी को उसके परिजनों के हवाले किया। पीड़ित परिवार ने रिश्वत लेते पुलिस वालों का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। इसके बाद एसपी संभल ने चार पुलिस वालों को निलंबित कर दिया।

रिश्वतखोर दारोगा समेत सिपाही और पुलिसकर्मी निलंबित

वहीं दरोगा का रिश्वत के नोट गिनते हुए वीडियो सामने आते ही एसपी चक्रेश मिश्रा ने रिश्वतखोर दारोगा पर कार्रवाई करते हुए दारोगा मुरलीधर और तीन सिपाही सहित 4 पुलिएकर्मियों को निलंबित कर दिया। और मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंप दी है।

वहीं पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा का कहना है कि, फिलहाल तत्काल प्रभाव से पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। लेकिन जांच रिपोर्ट आने के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।


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