अतीक खान
-इस्लाम और मुसलमानों को सीधे आतंकवाद से जोड़कर, उनके खिलाफ नफरत का माहौल तैयार करने की ये कोई पहला घटना नहीं है, जो तेलंगाना की किताबों में छापी गई है. इससे पहले राजस्थान शिक्षा परिषद की पुस्तक में इस्लाम और मुसलमानों को आतंकवाद का ही स्वरूप बताकर प्रकाशित किया गया था. तेलंगाना की 8वीं कक्षा की पुस्तक का कवर सामने आया है. जिस पर मुस्लिम समाज से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. (Telangana Quran Muslims Book)
एसआइओ तेलंगाना के कड़े विरोध के बाद प्रकाशक ने माफी मांग ली है. वीजीएस पब्लिकेशन ने अपने माफी पत्र में कहा है कि इरादतन ऐसा नहीं किया गया है. यह चूक है. इसके लिए हमें गहरा खेद है. इस इस तस्वीर को हटाकर दोबारा किताब प्रकाशित कराएंगे. और बाजार में पहुंची सभी प्रतियों को जुटाकर नष्ट करेंगे.
दरअसल, तेलंगना शिक्ष परिषद की 8वीं कक्षा की एक किताब में आतंकवाद पर चैप्टर है. नकाबपोश आतंकी की जो तस्वीर छापी गई है. उसके एक हाथ में कुरान है-दूसरे में रॉकेट लांचर. आतंकी के हाथ में कुरान दिखाने को लेकर मुस्लिम समुदाय में आक्रोश है.
स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑग्रेनाइजेशन ऑफ इंडिया (SIO)ने इस पर सख्त एतराज जताया है. तेलंगाना एसआइओ के मीडिया इंचार्ज फराज अहमद ने द लीडर को बताया कि तीन प्रकाशकों ने ये किताब छापी है. जिसका कंटेंट या पाठ्य सामग्री एक जैसी है.
चूंकि आज रविवार की छुट्टी है. हम उन तीनों प्रकाशकों से बात करेंगे. अगर उनका सकारात्मक जवाब मिलता है और वे इसे हटाने को राजी होते हैं-तब तो ठीक है. वरना कानूनी लड़ाई लड़ेंगे.
आठवीं कक्षा की इस किताब में नेशनल मूवमेंट का आखिरी चरण-इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत ही ये सामग्री छापी गई है. इतना ही नहीं एनसीईआरटी की दूसरी कक्षा की एक किताब की प्रति भी सामने आई है. जिसमें ईद, होली और गणेश चतुर्थी त्योहार के बारे में लिखा गया है. (Telangana Quran Muslims Book)
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ईद को लेकर लिखा है कि, गले लगाने को लेकर (Embrace) के अलावा दे शब्द लिखा गया है. जिस पर आरजे सायमा ने सवाल उठाया. और कहा कि ये भारत के हर कांस्पेट पर हमला है.
Disgraceful, really! This is an attack on the very concept of ‘India’!
@EduMinOfIndia @ncert https://t.co/xdgBbgxV4w— Sayema (@_sayema) September 26, 2021
बता दें कि पिछले साल ही राजस्थान में इस्लाम को सीधे आतंकवाद का स्वरूप बताए जाने को लेकर काफी विवाद हुआ था. मुस्लिम संगठनों के विरोध के बाद प्रकाशक ने उन किताबों को नष्ट कर दिया था. और इस चूक के लिए माफी मांगी थी.
लेकिन तेंलगाना में तीनों प्रकाशकों ने एक जैसा ही कंटेंट छापा है. इन प्रकाशकों के नाम वीजीएस, विक्रम और रियल लाइफ बताए जा रहे हैं. दरअसल, मुस्लिम समुदाय इस तरह के कंटेंट को इस्लामोफिबक के बढ़ते स्वरूप के तौर पर देख रहा है. ट्वीटर पर इसकी कड़ी आलोचना भी की जा रही है. (Telangana Quran Muslims Book)