द लीडर : पैग़ंबर-ए-इस्लाम पर विवादित टिप्पणी करने के आरोपी तेलंगाना से विधायक टी राजा सिंह दोबारा गिरफ़्तार हो गए हैं. गुरुवार को पुलिस ने विधायक राजा को प्रिवेंटिव डिटेंशन (पीडी) अधिनियम के तहत गिरफ़्तार करके, चेरियापल्ली की सेंट्रल जेल भेज दिया. पुलिस ने विधायक की आपराधिक हिस्ट्री खंगाली, तो उनके विरुद्ध क़रीब 101 केस दर्ज पाए, जिनमें 18 मामले सांप्रदायिक अपराध से जुड़े हैं. इसी आधार पर विधायक टी राजा के विरुद्ध पीडी एक्ट के तहत एक्शन लिया गया है. ( MLA T Raja Singh Arrested)
टी राजा सिंह भारतीय जनता पार्टी से विधायक थे. 23 अगस्त को उन्होंने पैग़ंबर-ए-इस्लाम के बारे में आपत्तिजनक बातें बोली थीं. जिसके विरोध में हैदराबाद के कई हिस्सों में भारी विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए थे. तो अगले दिन पुलिस ने विधायक को गिरफ़्तार कर लिया, लेकिन चंद घंटों के अंदर ही उन्हें ज़मानत मिल गई.
पैग़ंबर साहब पर विधायक की बदज़ुबानी का भाजपा ने संज्ञान लिया और फ़ौरन ही टी राजा को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया. ज़मानत पाकर लौटे विधायक का ज़ोरदार स्वागत हुआ. तो इसके विरोध में फिर से हैदराबाद में प्रदर्शन शुरू हो गए. 24 अगस्त को पुलिस ने क़रीब 90-100 मुस्लिम प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था. रात में कुछ तस्वीरें ऐसी भी आईं, जिनमें पुलिस प्रदर्शनकारियों के घरों में घुसकर मारपीट करती देखी जा रही है. नौजवानों को घरों से निकालकर सड़क पर पीटा जा रहा है. ( MLA T Raja Singh Arrested)
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इन तस्वीरों की आलोचना, तनाव और बिगड़ते हालात के मद़्देनज़र तेलंगाना सरकार हरकत में आई. और विधायक के ख़िलाफ़ पीडी जैसी सख़्त कार्रवाई का क़दम उठाया है.
प्रिवेंटिंग डिटेंशन अधिनियम उन लोगों पर लगाया जाता है, जिनका गंभीर आपराधिक रिकॉर्ड रहा हो. या फिर उनसे समाज-राज्य और देश की शांति-सुरक्षा के लिए ख़तरा पैदा होने का अंदेशा हो. पीडी एक्ट के तहत गिरफ़्तार किए गए व्यक्ति को बिना अदालती कार्यवाही के तीन महीनों तक जेल में रखा जा सकता है. पुलिस-शासन चाहें तो इस डिटेंशन को तीन-तीन महीनों की किश्तों पर आगे बढ़ा सकता है. आसान शब्दों में समझें तो ये ग़ैर क़ानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी यूएपीए छोटा वर्जन है या उससे मेल खाता अधिनियम हैं. ( MLA T Raja Singh Arrested)
पैग़ंबर-ए-इस्लाम पर टी राजा की ग़लतबयानी से मुस्लिम समुदाय आक्रोशित है. और हैदराबाद की सड़कों पर भीड़ के बीच से कुछ उत्तेजनक नारेबाज़ी भी सामने आई, जहां सिर तन से जुदा का स्लोगन दोहराया गया. ये नारेबाजी मीडिया के बीच बहस का सेंटर प्वॉइंट बनी है तो मुस्लिम संगठन इसके ख़िलाफ़ हैं.
विधायक की गिरफ़्तारी के साथ मुस्लिम संगठन इस बार धार्मिक पेशवाओं के सम्मान को लेकर एक क़ानून बनाए जाने की मांग उठा रहे हैं. जमीयत उलमा-ए-हिंद, रज़ा एकेडमी मुंबई, एआईएमआईएम के अलावा दूसरे संगठन क़ानून की आवाज़ उठा रहे हैं.
तेलंगाना में ये घटनाक्रम ऐसे वक़्त में सामने आया है, जब राज्य में चुनाव की तैयारियां चल रही हैं. भाजपा, कांग्रेस और सत्तारूढ़ टीआरएस समेत सभी दल ख़ुद की मज़बूती में जुटे हैं. तो इसी बीच सांप्रदायिक धुव्रीकरण की ये घटना सामने आ गई है. इससे पहले भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और दिल्ली भाजपा आईटी हेड रहे नवीन जिंदल ने पैग़ंबर-ए-इस्लाम पर विवादित टिप्पणी की थी. इसके बाद पार्टी ने दोनों के विरुद्ध अनुशासनात्मक एक्शन लिया. हालांकि क़ानूनी एक्शन अभी भी लंबित है. ( MLA T Raja Singh Arrested)