भारतीय तहजीब के खजाने का कोहिनूर है उर्दू, इसके साथ बड़ी नाइंसाफी का वक्त : जस्टिस काटजू

जस्टिस मार्केंडय काटजू   मैंने देश-दुनिया की तमाम भाषाओं में कविताएं पढ़ीं. इसमें अमेरिकन, फ्रेंच, जर्मन, रसियन, स्पैनिश और हिंदी, बंगाली, तमिल समेत तमात और भाषाओं का साहित्य शामिल है.…