सुप्रीम कोर्ट ने नुपुर शर्मा को दी राहत, गिरफ्तारी की याचिका को वापस लेने का दिया सुझाव

The leader Hindi: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग करने वाली याचिका को वापस लेने का सुझाव दिया। चीफ जस्टिस यूयू ललित की अगुआई वाली पीठ ने याचिकाकर्ता से कहा- ऐसी याचिका करना बहुत ही सरल लगता है, लेकिन इसके दूरगामी परिणाम होते हैं। हमारा सुझाव इसे वापस लेने का है।

क्या था विवाद
26 मार्च को एक टेलीविजन चैनल पर नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में टिप्पणी की थी। इसके बाद देश में एक बड़ा विवाद और हिंसा शुरू हो गईं थी। कई मुस्लिम देशों ने भी अपना विरोध जताया था। इसके बाद भाजपा ने नुपुर शर्मा की टिप्पणियों से खुद को अलग कर उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था।

विस्तार से जानने के लिए वीडियो देखें:

19 जुलाई को सुनवाई में कोर्ट ने 10 अगस्त तक उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने 8 राज्यों और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था। कोर्ट ने राज्यों को निर्देश दिया था कि नूपुर शर्मा के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए।इससे पहले 1 जुलाई को हुई सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा को कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट ने पैगंबर पर उनकी टिप्पणी के बाद हुई हिंसा के लिए उनको “अकेले ही जिम्मेदार” ठहराया था। कोर्ट ने तब कहा था कि नूपुर ने टेलीविजन पर धर्म विशेष के खिलाफ उकसाने वाली टिप्पणी की।
उन्होंने लोगों की भावनाएं भड़काई हैं और देशभर में जो कुछ भी हो रहा है, उसकी जिम्मेदार नूपुर ही हैं। उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है। कोर्ट ने कहा कि अपने बयान पर माफी भी उन्होंने शर्तों के साथ ही मांगी, वह भी तब, जब लोगों का गुस्सा भड़क चुका था। यह उनकी जिद और घमंड दिखाता है।
कोर्ट ने कहा कि इससे क्या फर्क पड़ता है कि वे एक पार्टी की प्रवक्ता हैं। वे सोचती हैं कि उनके पास सत्ता का समर्थन है और वे कानून के खिलाफ जाकर कुछ भी बोल सकती हैं।

 

ये भी पढ़े: 

ब्रिटेन पर 70 साल राज करने वाली महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय नहीं रहीं

Related Posts

पुंछ में सेना का वाहन खाई में गिरा: 5 जवान शहीद, बचाव अभियान जारी

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के बलनोई सेक्टर में मंगलवार को सेना के वाहन के साथ बड़ा हादसा हो गया। सेना का एक वाहन 300 फीट गहरी खाई में गिरने से 5 सैनिक शहीद हो गए।

उपराष्ट्रपति धनखड़ का पलटवार: कहा- जंग लगे चाकू जैसा है विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को अपने खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर पहली बार खुलकर बयान दिया। उन्होंने इस नोटिस को कमजोर और बेबुनियाद करार दिया।