धमाके में बाल-बाल बचे प्रदेश के वन मंत्री अरुण कुमार और बरेली की कमिश्नर सौम्या अग्रवाल

0
167

The Leader. यूपी के ज़िला बरेली में एक बड़ा हादसा टल गया. सूबे के वन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ अरुण कुमार, कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, डीएम शिवाकांत द्विवेदी और बिजली विभाग के अफसर बाल-बाल बच गए. एक लाइनमैन और मंत्री के साथ गए दो अन्य लोग झुल गए. हालांकि किसी की हालत सीरियस नहीं है लेकिन धमाके से खलबली ज़रूर मच गई. अब इसकी गाज बिजली विभाग के अफसरों पर गिरना तय दिख रही है.


बरेली में अतीक के भाई अशरफ़ के साले का मकान एसआइटी ने किया सील


स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बरेली में भूमिगत बिजली लाइन में फाल्ट तलाशने के लिए डिटेक्टर मशीन ख़रीदी गई है. इसका सोमवार को रामपुर बाग़ हाइडिल कॉलोनी की बग़ल में 33 केवीए सबस्टेशन पर उद्घाटन होना था. उसके लिए वन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार, कमिश्नर, डीएम शिवाकांत द्विवेदी, नगर आयुक्त निधि गुप्त वत्स और बिजली विभाग के सभी बड़े और छोटे अधिकारी मौजूद थे. जैसे ही डैमो के लिए फाल्ट डिटेक्टर मशीन को स्टार्ट किया, उसमें धमाका हुआ और चिंगारियां निकलने लगीं. इससे कार्यक्रम में खलबली मच गई. आगे खड़े लोग पीछे की तरफ भागने लगे. एक लाइनमैन उछलकर दूर जा गिरा. मंत्री के साथ चलने वाले प्रदीप रोहिला के सिर के बाल झुल गए. उनके साथ ही एक और शख़्स भी चिंगारियों की चपेट में आए, जिन्हें प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है.


तिरंगा यात्रा से पहले आइएमसी प्रमुख मौलाना तौक़ीर रज़ा घर पर ही नज़रबंद


ख़ैर हो गई कि मंत्री और आला अफसर थोड़ा पीछे खड़े होने की वजह से बच गए. डीएम ने इस मामले को गंभीरता से लेते जांच बैठा दी है, जिससे बिजली विभाग के अफसरों की सांसें तेज़ हो गई हैं. आनन-फानन में कार्यक्रम स्थगित करने के बाद झुलसे लोगों को इलाज के लिए ले जाया गया. कमिश्नर और डीएम ने अस्पताल पहुंचकर उनका हाल जाना. इस मौक़े पर डीएम का कहना था कि उद्घाटन से पहले मशीन का ट्रायल कर लिया जाना था लेकिन ऐसा नहीं किया गया. इसके लिए जांच बैठाई गई है. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करेंगे.