द लीडर। साल 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है। वहीं मिशन 2022 में जीत दर्ज करने के लिए सभी पार्टियां पूरी ताकत झोंक रही है। बता दें कि, चुनावी बिगुल बजते ही वोटों का संग्राम शुरू हो गया है। एक दूसरे को लोक लुभावने वादे तो वहीं जातिगत बंटवारा का भी काम शुरू हो गया। ताज़ा मामला गोंडा जिले के मेहनौन विधानसभा का है। जहां पर समाजवादी पार्टी की महिला मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव ने आरोप लगाया है कि, विशेष जातिगत इलाकों में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जिंदा लोगों को मृत दिखाकर उनका नाम वोटर लिस्ट से नाम कटवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, वोटर लिस्ट के कार्य में लगे सरकारी कर्मचारी भी इन मामलों में संलिप्त हैं। समाजवादी पार्टी की महिला मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव ने कर्मचारियों को साक्ष्य भी दिखाया। हालांकि जिले के निर्वाचन अधिकारी ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच कराने की बात कही है।
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कागजों में जिंदा लोगों को मृत घोषित किया
समाजवादी पार्टी की महिला मोर्चा राष्ट्रीय सचिव प्रतिभा सिंह ने यह भी आरोप लगाया है कि, भारतीय जनता पार्टी के लोग समाजवादी पार्टी का बढ़ता ग्राफ देख अब इस तरह से खेला कर रहे हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि, सत्ता के दबाव में काम कितना सही होता है। वहीं इस पूरे प्रकरण में प्रतिभा सिंह ने यह भी कहा कि, लगभग 800 जिंदा लोगों को मृत घोषित किया जा रहा था जबकि कागजों में मृत घोषित कुछ लोग मेरे साथ वंही खड़े थे।
मामले की जांच की जाएगी
इस पूरे मामले पर अपर जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश कुमार सोनी ने बताया कि, मतदाता सूची पुनरीक्षण में सभी जिला स्तरीय अधिकारी सतत निरीक्षण और पर्यवेक्षण कर रहे हैं। इस तरह का कार्य होना बहुत ही मुश्किल बात है लेकिन इस संबंध में संबंधित कर्मचारी से बात की गई है। उनके द्वारा जानकारी मिली कि, किसी में 15 नाम कटे हैं और किसी में 20 नाम कटे हैं। लेकिन आपके द्वारा ऐसा प्रकरण संज्ञान में लाया गया है तो इसकी जांच एक बार अवश्य कराई जाएगी।
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