
द लीडर। जहां एक तरफ ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ मैदानी इलाकों में शीतलहर से ठंड में और इजाफा हो गया है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में इन दिनों ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश के साथ बर्फबारी हो रही है। वहीं मौसम विभाग ने कई राज्यों में अभी और बारिश बर्फबारी होने के आसार जताए है। देश के उत्तर-पश्चिमी इलाके और मध्य प्रदेश में ठंड का कहर और ज्यादा बढ़ने वाला है। मौसम विभाग ने बताया है कि, अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 4-6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की आशंका है।
पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती सर्कुलेशन के रूप में पंजाब और पड़ोसी इलाकों के ऊपर बना हुआ है। हरियाणा के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। चक्रवाती सर्कुलेशन उत्तरी छत्तीसगढ़ और बिहार से उत्तरी ओडिशा की ओर बढ़ता दिख रहा है। अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इन इलाकों में बर्फबारी की भी संभावना है।
इन राज्यों में हल्की से भारी बारिश
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड में ओलावृष्टि के साथ अलग-अलग इलाकों में भारी वर्षा और बर्फबारी की संभावना है। पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हल्की बारिश हो सकती है।
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IMD के वैज्ञानिक ने कहा कि, हिमालय की दिशा से चल रही उत्तरी हवाओं के कारण भारी बर्फबारी हो सकती है। मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। अगले 2 दिनों के दौरान पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में घने कोहरे की स्थिति बन सकती है। 24 जनवरी को इन क्षेत्रों में ठंडे दिन रहने की संभावना है। 25-27 जनवरी को इन इलाकों में शीत लहर की संभावना है।
दिल्ली में बारिश ने तोड़ा 122 साल का रिकॉर्ड
राजधानी दिल्ली में इस साल जनवरी महीने में बदरा जमकर बरसे हैं। इस महीने अब तक 88.2 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, दिल्ली में 122 साल बाद जनवरी में हुई यह सबसे अधिक बारिश है। इसकी वजह एक के बाद एक आए पश्चिमी विक्षोभ को माना जा रहा है।
आईएमडी के अनुसार, शनिवार देर रात हुई बारिश के बाद इस साल जनवरी में दिल्ली में कुल 88.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जो 1901 के बाद से इस महीने में हुई सबसे अधिक बारिश है। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले राजधानी में 1989 में 79.7 मिलीमीटर और 1953 में 73.7 मिलीमीटर बारिश हुई थी। सफदरजंग वेधशाला में छह दिन बारिश दर्ज की गई और इस महीने अब तक 88.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
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रविवार को रात साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में 19.7 मिलीमीटर वर्षा हुई। आईएमडी की वेबसाइट के अनुसार, इस महीने पालम वेधशाला में 110 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। दिल्ली में रविवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आईएमडी के अनुसार, शाम 5.30 बजे सापेक्षिक आर्द्रता 84 प्रतिशत दर्ज की गई।
25-27 जनवरी के बीच शीत लहर चलने की संभावना
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि, आज दिल्ली के कुछ हिस्सों में छिटपुट या हल्की बारिश होने की संभावना है। इसमें यह भी कहा गया है कि, अगले दो दिनों के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़-दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में घने कोहरे की स्थिति है। 25-27 जनवरी के दौरान इन क्षेत्रों में अलग-अलग इलाकों में शीत लहर की स्थिति की संभावना है।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) ने बताया कि, दिल्ली में पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है और समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 145 दर्ज किया गया है, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में है। सफर ने कहा कि, कल की बारिश से आज एक्यूआई में काफी सुधार हुआ है।
बारिश आज भी जारी रहने की संभावना है, जिससे एक्यूआई में और सुधार होगा। गौरतलब है कि, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 और 100 “संतोषजनक”, 101 और 200 “मध्यम”, 201 और 300 “खराब”, 301 और 400 “बहुत खराब”, और 401 और 500 “गंभीर” माना जाता है।
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