सपा को झटका : वरिष्ठ सपा नेता सिकंदर अली ने अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी के सभी पदों से दिया इस्तीफा

0
254

द लीडर। यूपी विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद एक के बाद एक समाजवादी पार्टी के नेता इस्तीफा दे रहे है. इसके साथ ही पार्टी छोड़ने वाले नेता सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.

चुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी में मुस्लिम नेताओं के बगावती सुर तेजी से मुखर हो रहे हैं. सहारनपुर के वरिष्ठ सपा नेता सिकंदर अली ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया.

मुस्लिम नेताओं पर हो रही कार्रवाई पर अखिलेश ने साधी चुप्पी

सिकंदर अली ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर मुस्लिम समाज की अनदेखी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि, मुस्लिम नेताओं के खिलाफ हो रही कार्रवाई पर अखिलेश यादव की चुप्पी से उन्हें घुटन महसूस हो रही थी.

सपा के पूर्व जिला महासचिव समेत अन्य विभिन्न पदों पर आसीन रहे हैं. सपा नेता सिकंदर अली ने कहा कि, आजम खान की गिरफ्तारी समेत कई मामलों में अखिलेश यादव चुप्पी साधे हुए हैं. उन्होंने कहा कि, यह वह सपा नहीं है जो मुलायम सिंह यादव के समय थी. अखिलेश यादव के नई हवा है नई सपा के नारे पर भी निशाना साधा.


यह भी पढ़ें: Bareilly News : सपा विधायक शहज़िल इस्लाम के चचेरे भाई की मुसीबत, बीवी ने लगाए सनसनीखेज इल्ज़ाम

 

उन्होंने कहा कि, अखिलेश यादव मुसलमानों का वोट लेकर ही 111 सीटों पर जीते हैं. लेकिन जिस तरह से आजम खान और नाहिद हसन के मसले पर उन्होंने कुछ नहीं किया इससे साफ है कि जब एक विधायक के लिए खड़े नहीं हो सकते तो आम कार्यकर्ता का क्या साथ देंगे.

चापलूसों और चाटुकारों से घिरे हुए हैं अखिलेश यादव

सिकंदर अली ने 2022 में विधानसभा चुनाव में सपा से टिकट की मांग भी की थी. सिकंदर अली का आरोप है कि, मुस्लिम समाज के उत्पीड़न के मामलों पर सपा प्रमुख कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देते, जबकि मुसलमानों ने उन्हें हमेश वोट दिया. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव चापलूसों और चाटुकारों से घिरे हुए हैं.

अखिलेश यादव ने सिर्फ मुस्लिमों को वोट बैंक समझा. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि, बीजेपी और मुसलमानों की दुश्मनी कराने का काम भी अखिलेश यादव ने ही किया है.

उन्होंने कहा कि, इसी वजह से मैंने पार्टी छोड़ी है. जो नेता अपने विधायकों और सांसदों की लड़ाई नहीं लड़ सकता वह आम कार्यकर्ताओं की क्या सुनेगा. उन्होंने कहा कि, आने वाले दिनों में बसपा की तरह ही मुसलमान समाजवादी पार्टी को समाप्तवादी पार्टी बनाने का काम करेगा.


यह भी पढ़ें:  दरगाह आला हज़रत से बड़ा बयान-मुल्क को कमज़ोर करने के लिए घोला जा रहा नफ़रतों का ज़हर