बरेली के बड़े बिल्डर रमनदीप और अमनदीप समेत सात भू-माफिया घोषित

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द लीडर हिंदी : देश और प्रदेश की राजधानी के ठीक बीच स्थित बरेली ज़मीनों के बड़े खेल के लिए भी अब से नहीं लंबे वक़्त से कुख्यात है.

बस फ़र्क सिर्फ़ इतना है कि पहले नारा लगता था, जहां हम खड़े हो जाएं, वो ज़मीन हमारी है. ख़ासतौर से पीलीभीत बाईपास का इलाक़ा ऐसे ढेरों इल्ज़ाम और प्रशासिक-पुलिस अफ़सरों के पास पहुंचने वाली शिकायतों का गवाह है.

इज़्ज़तनगर थाना तो ज़मीनों के मामले निपटाने-बिगाड़ने के लिए भी जाना जाता है. यहां पब्लिक ही नहीं सरकारी ज़मीनें भी बड़े पैमाने पर ख़ुर्द-बुर्द की गई हैं.

नहरों की नहरें, तालाब के तालाब और कुएं बड़ी कॉलोनियों में ज़मीदोज़ हो गए. इनका चर्चा सरकारी रिकॉर्ड और लोगों की ज़ुबान पर गाहे-बगाहे आता रहता है.

पैसे के एतबार से कम वक़्त ग़ुर्बत की ज़मीन से रईसी के आसमान पर पहुंचने वालों की कामयाबी के पीछे की दास्तान एक ही है. ज़मीनों ने क़िस्मत को ऐसा सजाया-संवारा कि क़िस्सों और मिसालों में उनका नाम लिया जाने लगा.

बरेली के ये बिल्डर अब तो इतने असरदार हो गए हैं कि सत्ता के गलियारों तक मज़बूत पकड़ को साबित भी करते रहे हैं. सीनियर आइएएस एम देवराज ने बरेली में डीएम रहते एक बिल्डर के गले पर हाथ डाला तो आनन-फ़ानन में उनका ट्रांसफर आगे ऐसा करने वालों को चेता गया.

ख़ैर अब बिल्डरों के साथ जो हुआ है, उसकी कल्पना योगी जैसे सख़्त राज में ही की जा सकती थी. उन बिल्डरों को भू-माफिया घोषित किया गया है, जो न सिर्फ़ पैसे बल्कि उनमें कुछ रसूख़ में भी बड़े हैं.

प्रशासन की सूची के मुताबिक़ इनके नाम रमनदीप उनके भाई अमनदीप पुत्रगण गुरचरण सिंह हैं. रहने वाले मॉडल टाउन बारादरी के हैं. तीसरा नाम सर्वेश कुमार पुत्र ओमप्रकाश का है. इनके पते के आगे बरेली लिखा है.

चौथे का नाम दलविंदर सिंह पुत्र सेवा सिंह निवासी 15 डिफेंस कालोनी, पांचवां नाम हनी कुमार भाटिया पुत्र पूरनचंद्र भाटिया निवासी रेजीडेंसी कॉलोनी, छठा नाम ज़ुल्फ़िक़ार अहमद पुत्र कल्लू निवासी धौरा टांडा और सांतवां नाम इसी कस्बे के रहने वाले सलीम अहमद पुत्र सग़ीर का है.

तीन बिल्डर रमनदीप, अमनदीप, हनी भाटिया की फर्म का पता एक ही है. मुखौटा फर्म बनाने की बात भी सामने आई है. इन्हीं पर 3 करोड़ 20 लाख की 35 हज़ार रुपये मालियत वाली सीलिंग ज़मीन बेचने का आरोप है, जिसे अब बीडीए क़ब्ज़े में ले चुका है.

जिस तरह प्रशासन ने बिल्डरों को भू-माफिया घोषित किया है, आने वाले वक़्त में बाबा का बुल्डोज़र भी बरेली गरजता हुआ दिखाई सकता है.