यूपी में चार जून से होगा सीरो सर्वे, प्रदेश के सभी 75 जिलों से होगी सैंपलिंग

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की गहन पड़ताल के लिए चार जून से सीरो सर्वे शुरू किया जाएगा। सभी 75 जिलों में होने वाले इस सर्वे के माध्यम से यह पता लगाया जाएगा कि किस जिले के किस क्षेत्र में कोरोना का कितना संक्रमण फैला और आबादी का कितना हिस्सा संक्रमित (कम्युनिटी स्प्रेड) हुआ। यही नहीं, इससे यह भी सामने आएगा कि कितने लोगों में कोरोना से लड़ने के लिए एंटीबाडी बन चुकी है।

सोमवार को राज्य स्तरीय टीम-9 की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीरो सर्वे को लेकर हो रही तैयारियों की जानकारी ली। अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि चार जून से शुरू हो रहे इस सर्वे को लेकर कार्ययोजना तैयार हो चुकी है। सैम्पलिंग कर लिंग और आयु सहित विभिन्न मानकों पर सर्वेक्षण की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिलेवार सर्वे करने वाले कार्मिकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके परिणाम जून के अंत तक आने को संभावना है।

पहली लहर में भी हुआ था सीरो सर्वे : कोरोना की पहली लहर के दौरान पिछले साल सितंबर में 11 जिलों में सीरो सर्वे कराया गया था। यह सर्वे लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, गोरखपुर, आगरा, प्रयागराज, गाजियाबाद, मेरठ, कौशांबी, बागपत व मुरादाबाद में हुआ था। उस समय सीरो सर्वे में 22.1 फीसद लोगों में एंटीबाडी पाई गई थी।

कोरोना पर काबू पाने में होगी आसानी : सीरो सर्वे से यह पता लगाने में मदद होती है कि किस अनुपात में आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हुई है। सीरो सर्वे में किसी क्षेत्र में रहने वाले कई लोगों के सीरम की जांच होती है। लोगों के शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने के एंटीबाडी मौजूद हैं या नहीं, इसका भी पता चलता है। साथ ही इसकी भी जानकारी होती है कि कौन व्यक्ति कब संक्रमित हुआ और कब ठीक हो गया। सीरो सर्वे के नतीजों के अनुसार कोरोना पर काबू पाने में आसानी होगी।

Abhinav Rastogi

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