सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान और अब्दुल्ला आजम ने ली विधायक पद की शपथ, जानिए क्या कहा ?

द लीडर। सीतापुर जेल से रिहा हुए सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने विधायक पद की शपथ ली। यूपी विधानसभा सत्र से पहले उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा सीट से सपा विधायक आजम खान ने विधानसभा सदस्य के रूप में सोमवार को शपथ ली है।


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वहीं आजम खान के साथ बेटे स्वार टांडा से विधायक अब्दुल्ला आजम खान को भी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विधायक पद की शपथ दिलाई है।

कई मुद्दों पर विपक्ष कर रहा हंगामा

यूपी विधानसभा के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान समाजवादी पार्टी के सदस्य जोरदार हंगामा किया। सपा विधायकों ने वेल में आकर कर जमकर हंगामा किया। विधायक हाथ में अलग-अलग प्ले कार्ड लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

सदस्यों को अपनी बात रखने का मिलेगा मौका- CM योगी

विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, प्रदेश के विकास के लिए गरीबों, किसानों और नौजवानों के हितों के लिए किसी भी प्रकार की चर्चा-परिचर्चा के लिए सरकार सदैव तैयार रहेगी। सभी सदस्यों को सदन में अपनी बात रखने का मौका भी मिलेगा।

https://twitter.com/CMOfficeUP/status/1528616120000819200?s=20&t=MwcY7qr5GVWrnrh6Senv-Q

जेल रहते हुए विधायक चुने गए

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में आजम खां ने सीतापुर जेल में रहते हुए रामपुर सीट पर एकतरफा जीत दर्ज की थी, लेकिन जेल में रहने की वजह से आजम खान विधायक बनने के बाद भी अबतक विधायक पद की शपथ नहीं ले पाए थे।

पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत पर छूटने के बाद आजम अपने बेटे अब्दुल्लाह आजम के साथ सोमवार को लखनऊ पहुंचे और विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले विधायक पद की शपथ ली। आजम खां पर करीब 89 मुकदमे दर्ज थे, अब सभी मुकदमों में उन्हें जमानत मिल चुकी है।

अखिलेश यादव को लेकर कही ये बात

एक दिन पहले ही मीडिया से बात करते हुए आजम खान ने कहा कि, जेल में जो भी लोग उनसे मिलने आए उनका वह शुक्रिया अदा करते हैं और जो नहीं आए उनका भी वह धन्यवाद करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, अखिलेश यादव क्यों नहीं आए इस पर वह कुछ नहीं कह सकते हैं।

आजम समर्थक कर रहे नेता प्रतिपक्ष नियुक्त करने की मांग

आजम खान के करीबी विधायक और समर्थक उन्हें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त करने की मांग कर रहे थे। लेकिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा से इस्तीफा देकर नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी संभाली और आज उनकी पहली परीक्षा है। क्योंकि वह पहली बार सदन में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर जिम्मेदारी संभालेंगे।


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indra yadav

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