द लीडर हिंदी: विपक्ष देश की मौजूदा बीजेपी सरकार लगातार निशाना साध रहा है. दिल्ली के सीएम केजरीवाल हो या फिर यूपी के सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, या फिर राहुल गांधी,सभी के निशाने पर भारतीय जनता पार्टी है. इसी बीच सोमवार को महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष नेता व सांसद संजय राऊत ने कहा कि चुनाव में बीजेपी की सफलता उनकी पार्टी की सफलता नहीं, बल्कि भाजपा द्वारा ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी कर किए गए घोटाले की सफलता है.
उन्होंने कहा पहले मैं भी ईवीएम का समर्थक था, लेकिन मध्य प्रदेश में चुनाव नतीजों के बाद मुझे यकीन हो गया है कि बीजेपी ने ईवीएम में धांधली जरूर की है.
यही वजह थी कि इतने विरोध के बाद भी वे सफल हुए हैं. अगर ईवीएम न हो तो भाजपा किसी ग्राम पंचायत का चुनाव भी नहीं जीत पाएगी. बता दें जाधवर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित 7वीं युवा संसद कार्यक्रम को संजय राऊत ने संबोधित किया इस दौरान उन्होंने युवा नेताओं को कहा कि अगर राजनीति करना चाहते हैं तो दिल में डर रखकर नहीं कर सकते.
डर को खूंटी पर टांगे बिना कोई राजनीति में सफल नहीं हो सकता. राजनीति में विरोधियों का भी सम्मान होना चाहिए. ये शिक्षा हमें शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने दी थी. लेकिन वर्तमान में सत्ता पक्ष की तरफ से विपक्ष को खत्म करने की साजिश सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं, पूरे देश में चल रही है. शिवसेना इस संघर्ष में लगी रहेगी. शिवसेना को मजबूत बनाने के लिए काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे.
लगातार बीजेपी सरकार पर बरसते हुए संजय राऊत ने कहा कि मैं पिछले 22 साल से देश की संसद में एक सांसद के तौर पर काम कर रहा हूं, लेकिन पिछले दस सालों में लोकतंत्र का नाश किया जा रहा है. देश का कानून बदल गया है.और संसद अब लोकतंत्र का मंदिर नहीं रहा, वहां सिर्फ चिल्लाना, एक दूसरे का गला दबाना और लोकतंत्र को खत्म करने का काम ही चल रहा है.
देश में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है. भ्रष्टाचार बढ़ रहा है, लेकिन इसके बारे में बोलने वालों को जेल में डाल दिया जाता है. महाराष्ट्र को गर्त में डालने वाले ही आज सत्ता में बैठे हैं. ऐसे लोगों पर फूल क्यों बरसाना चाहिए? एक समय था कि दिल्ली में महाराष्ट्र की शान थी, लेकिन आज इन भ्रष्ट और बेईमान लोगों की वजह से पूरे देश में महाराष्ट्र शर्मसार हुआ है. संजय राऊत ने दृढ़ संकल्प व्यक्त किया कि शिवसेना उनके खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी.
वही पुणे में कार्यक्रम के दौरान सांसद संजय राउत नीतिश कुमारी की पलटीमार बाजी को घेरते हुए कहा कि नीतीश कुमार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में वापसी से विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. संजय राउत ने दावा किया कि कांग्रेस नीतीश कुमार को विपक्षी दलों के गठबंधन का संयोजक नियुक्त करने के पक्ष में थी.राउत ने पत्रकारों से बातचीत में नीतीश कुमार को ‘पलटू राम’ करार दिया