कश्मीर की सादिया तारिक ने मॉस्को में रूसी चैंपियन को हराकर जीता गोल्ड

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एक ओर जहां मॉस्को की उक्रेन में कार्रवाई चर्चा में है और भारत के हजारों छात्र उस क्षेत्र से घर आने को परेशान हैं, वहीं कश्मीर की सादिया तारिक ने मॉस्को में विजय पताका फहरा दी। सादिया ने चीनी मार्शल आर्ट वुशु चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर यह कीर्तिमान स्थापित किया है। उनकी इस कामयाबी से भारत सरकार भी गदगद है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश का नाम रोशन करने पर बधाई दी है। (Sadia Tariq Gold Moscow)

कश्मीर घाटी की स्टार वुशु एथलीट सादिया तारिक ने 22 से 28 फरवरी तक रूस की राजधानी मॉस्को में हो रही वुशु स्टार्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 15 वर्षीय सादिया ने अपने रूसी प्रतिद्वंद्वी को हराकर गोल्ड झटका। श्रीनगर में जन्मी सादिया ने शीर्ष पर पहुंचने से पहले कजाकिस्तान, चेक गणराज्य और रूस के विरोधियों को हराया।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सादिया की कामयाबी पर ट्वीट किया-

“मॉस्को वुशु स्टार्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर सादिया तारिक को बधाई। उनकी सफलता कई नवोदित एथलीटों को प्रेरित करेगी। भविष्य के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं।” (Sadia Tariq Gold Moscow)

युवा सेवा एवं खेल विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने भी तारिक एवं खेल परिषद को बधाई दी।

इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में एलजी के सलाहकार व खेल परिषद के उपाध्यक्ष फारूक खान ने भी सादिया को बधाई दी। खान ने कहा, “मॉस्को वुशु स्टार्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का सम्मान बढ़ाने के लिए हमें सादिक तारिक पर गर्व है।”

उन्होंने कहा कि खासतौर पर जम्मू-कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के लिए पहचान दिलाने में योगदान के लिए 15 वर्षीय सादिक तारिक पर हमें गर्व है। खान ने सादिया और उनके सहयोगियों को प्रशिक्षण देने के लिए वुशु के राष्ट्रीय मुख्य कोच व सीईओ कुलदीप हुंडू, जम्मू-कश्मीर वुशु एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय सराफ को भी बधाई दी।

सलाहकार खान ने मॉस्को वुशु स्टार्स चैंपियनशिप में भारतीय टीम की भागीदारी को मंजूरी देने, सुविधाएं मुहैया कराने के लिए एमवाईएएस और भारतीय खेल प्राधिकरण को धन्यवाद दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि चीन में दिसंबर के महीने में होने वाले युवा एशियाई खेलों में सादिया तारिक बेहतर प्रदर्शन करेंगी। (Sadia Tariq Gold Moscow)

अपने अभिनंदन संदेश में जम्मू-कश्मीर खेल परिषद की सचिव नुज़हत गुल ने कहा कि गतिशील नेतृत्व में जम्मू और कश्मीर सरकार युवा खेल प्रतिभाओं का काफी सपोर्ट कर रही है, जिससे वे कॅरियर के शीर्ष मुकाम तक पहुंचने के रास्ते अपना रहे हैं।

क्या है वुशु खेल

वुशु को कई बार कुंगफू भी कहा जाता है, जो एक मुश्किल और पूर्ण मार्शल आर्ट मानी जाती है। चीनी मार्शल आर्ट के संदर्भ में इसका एक लंबा इतिहास है। “वुशु” दो चीनी शब्दों से मिलकर बना है, वू का मतलब है सैन्य या मार्शल, शू का मतलब है कला आर्ट।इसे 1949 में पारंपरिक चीनी मार्शल आर्ट के अभ्यास को मानक तय करके विकसित किया गया, इससे पहले विकेंद्रीकृत मार्शल आर्ट को 1928 में नानकिंग में केंद्रीय गुओशु संस्थान की स्थापना की गई थी।

अब वुशु अंतर्राष्ट्रीय वुशु महासंघ (IWUF) के तहत एक अंतर्राष्ट्रीय खेल बन गया है, जो हर दो साल में विश्व वुशु चैंपियनशिप आयोजित करता है। वुशु एशियाई खेलों, दक्षिण पूर्व एशियाई खेलों समेत कई खेल प्रतियोगिताओं का अहम हिस्सा बन चुका है। (Sadia Tariq Gold Moscow)


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