द लीडर। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि, रूसी सेना ने बंदरगाह शहर मारियुपोल में एक मस्जिद पर हमला किया है, जहां तुर्की के नागरिकों सहित 80 से अधिक वयस्कों और बच्चों ने शरण ली है।
यूक्रेन ने रूस पर लोगों को मारियुपोल से बाहर जाने की अनुमति देने से इनकार करने का आरोप लगाया है, जबकि रूस ने यूक्रेन को लोगों को निकालने में विफलता के लिए दोषी ठहराया है।
रूसी टैंक सुमी में प्रवेश कर रहे थे जैसे हम जा रहे थे, नरक की तरह था
मुंबई के एक छात्र जिसे हाल ही में युद्ध के बीच यूक्रेन के सूमी से निकाला गया था, ने कहा कि, जब हम सूमी से बाहर निकल रहे थे…रूसी टैंक शहर में प्रवेश कर रहे थे।
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उसने कहा कि, भले ही रूसियों ने कहा कि नागरिकों को नुकसान नहीं होगा, लोग मारे जा रहे हैं। एक अन्य छात्र ने कहा कि, हमने चारों ओर तबाही देखी… यूक्रेन में आम लोग पीड़ित हैं। यह नरक की तरह है।
पेरिस पर बमबारी का संपादित वीडियो वायरल
यूक्रेन में विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष ऑलेक्ज़ेंडर मेरेज़्को ने एक संपादित वीडियो साझा किया है जिसमें पेरिस पर बमबारी और हवाई हमलों को दिखाया गया है। कीव में रूसी बमबारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि, हमने यह भी सोचा था कि, ऐसा कभी नहीं हो सकता, मेरेज़को ने वीडियो को कैप्शन दिया।
Very strong message from #Zelensky #CaptainUkraine
WW3 is literately at the doorstep, with its foot wedged in the doorway. This video is just propaganda but it is a strong message.
If We Fall, You Fall https://t.co/uEzbHyWSuv
— Kryreth (@Kryreth) March 11, 2022
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