Russia-Ukraine War : बैंकों के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंध रूसी आबादी और आम नागरिकों के लिए एक झटका – रूस

द लीडर। यूक्रेन पर लगातार हमला कर रहे देश रूस की मुश्किलें अब बढ़ने लगी है। Sberbank और Alfabank बैंकों के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंध रूसी आबादी और आम नागरिकों के लिए एक सीधा झटका है।

TASS समाचार एजेंसी ने रूस के अमेरिकी राजदूत अनातोली एंटोनोव के हवाले से कहा है कि, बैंकों पर प्रतिबंध आम नागरिकों के साथ रूसी आबादी के लिए झटका है। Sberbank के पास रूस की कुल बैंकिंग संपत्ति का एक तिहाई हिस्सा है, जबकि Alfabank देश का चौथा सबसे बड़ा वित्तीय संस्थान है। बता दें कि, यूक्रेन पर मास्को के आक्रमण के जवाब में प्रतिबंध लगाए गए थे।

जवाबी कार्रवाई में अमेरिका ने लगाए नए प्रतिबंध

बता दें कि, यूक्रेन के बूचा में हुए नरसंहार के बाद रूस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। अमेरिका या नाटो ने अभी तक यूक्रेन की मदद के लिए सेना तो नहीं भेजी, लेकिन युद्ध अपराधों की जवाबी कार्रवाई के तहत रूस पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।


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वैसे इससे पहले भी कई तरह के प्रतिबंध अमेरिका और वहां की कंपनियों ने रूस पर लगाए थे, लेकिन रूसी सेना का हमला पहले की ही तरह जारी रहा।

बमामले में व्हाइट हाउस ने कहा कि, बूचा समेत अन्य शहरों में हुए अत्याचारों को देखते हुए अमेरिका, जी7 और यूरोपीय संघ ने तत्काल रूस पर नए प्रतिबंध लगाने के लिए हामी भरी है।

इसके तहत रूसी बैंक स्बरबैंक और अल्फा बैंक को अमेरिकी वित्तीय प्रणाली से दूर करने के साथ ही अमेरिकी नागरिकों को इन संस्थानों के साथ व्यापार करने से रोका गया है। इसके अलावा रूस में नए निवेश पर भी रोक लगाई गई है।

यूक्रेन ने की थी ये मांग

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीरु ने मंगलवार को कहा था कि यूक्रेन पर रूस का हमला जारी है। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र को रूसी अपराधों के लिए जवाबदेही मांगनी चाहिए। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से भी रूस को निष्कासित किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि, संयुक्त राष्ट्र को तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है। इसकी प्रणाली में तत्काल सुधार किया जाना चाहिए। साथ ही सुरक्षा परिषद में सभी क्षेत्रों का उचित प्रतिनिधित्व होना चाहिए और रूसी सेना को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए।


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indra yadav

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