भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सावन के पहले सोमवार को जिवाना गुलियान स्थित सिद्ध गुरु स्थान नीलकंठ आश्रम में पहुंचकर भगवान भोले शंकर का जलाभिषेक किया। उन्होंने आश्रम के पिताजी सिद्ध गुरु महाराज से आशीर्वाद भी प्राप्त किया।
इस दौरान पत्रकार वार्ता में उन्होंने सरकार के कावड़ मार्ग पर पड़ने वाले फल विक्रेता और दुकानदारों के नाम के साथ पहचान लिखने पर दिए गए फैसले को लेकर कहा कि सरकार की मंशा है देश जाति और धर्म में बंट जाए और वह उसका फायदा उठाएं फिर तो टीचरों को भी नाम लिखना पड़ेगा कोई खून देगा तो उसे फोन पर भी नाम लिखा जाएगा।
आगे उन्होंने कहा कि फसले पैदा करने वाले किसानों की फसलों पर भी नाम लिखना पड़ेगा और सेंधा नमक तो पाकिस्तान से आता है तो क्या उस पर ‘पाकिस्तानी नमक’ लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जाति और नाम से कुछ नहीं होता बल्कि वह क्या बेच रहा है उसकी जांच होनी चाहिए।
वही बागपत के बिनौली में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार जातिवाद का जहर घोलकर समाज को तोड़ने की बड़ी साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की किसान विरोधी नीति के चलते देश लेबर कंट्री बन जाएगा।