द लीडर हिंदी: लोकसभा चुनाव में मंडी से बीजेपी की नवनिर्वाचित सांसद कंगना को गुरुवार दोपहर चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ (CISF) की एक महिला कॉन्स्टेबल द्वारा ‘थप्पड़’ मारने की घटना पर किसान नेता राकेश टिकैत ने अपने प्रतिक्रिया दी है.उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना बयान शेयर करते हुए लिखा, “…हम सब उस परिवार और बेटी के साथ हैं.”राकेश टिकैत ने कहा, “चंडीगढ़ में एयरपोर्ट पर सांसद कंगना के साथ जो हुआ, वह एक बहस थी. लड़की को लेकर जो बताते हैं कि उसने थप्पड़ मारा है. उसने थप्पड़ नहीं मारा है. वो बहस हुई.
जब किसान आंदोलन चल रहा था, उसने यह बयान दिया कि जो किसान बैठे थे, जो महिलाएं आती हैं, वे 100-100 रुपये आंदोलन में लेकर बैठती हैं. वह लड़की उससे आहत थी.” “पूरा पंजाब उस लड़की के साथ है. जितनी उससे गलती हुई, वो धारा लगा दो उस पर, लेकिन उसे सस्पेंड करना, नौकरी से बर्खास्त करना. उसकी जांच करो कि ये हादसे क्यों हो रहे हैं. क्या फोर्स के लोग तंग नहीं हैं. जय जवान, जय किसान का नारा देश में लगता है. जो फौज में बच्चे हैं, वे भी अपने ही परिवार से हैं.”
पोस्ट में उन्होंने आगे कहा, “क्या एक साल तक उनको आतंकवादी नहीं कहा. क्या 13 महीने तक उनकी बेइज्जती नहीं की. ये दर्द फौज के हर जवान में है. ज्यादा छेड़खानी करने की जरूरत नहीं है. नेता भी अपनी बयानबाजी बंद करें.”भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने गुरुवार को दावा किया कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर एक सुरक्षाकर्मी ने उन्हें थप्पड़ मारा.कंगना रनौत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए कहा, “मुझे बहुत ज्यादा फोन कॉल्स आ रहे हैं. मैं बिल्कुल सुरक्षित हूं और ठीक हूं. आज जो हादसा हुआ, वो चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर हुआ. यह हादसा सिक्योरिटी चेक के दौरान हुआ.””मैं सिक्योरिटी चेक से जैसी ही निकली तो दूसरे केबिन में एक महिला थीं, जो कि सीआईएसएफ की सुरक्षा कर्मचारी थीं.
उन्होंने साइड से आकर मेरे चेहरे पर हिट किया और अपशब्द कहे.”कंगना रनौत ने कहा, “मैंने उनसे (सुरक्षाकर्मी) ऐसा करने की वजह पूछी तो उन्होंने कहा कि वो किसान आंदोलन का समर्थन करती हैं.””मैं सुरक्षित हूं, लेकिन मेरी चिंता है कि पंजाब में जो आतंकवाद और उग्रवाद बढ़ रहा है, उसको हम कैसे हैंडल करेंगे.”चंडीगढ़ एयरपोर्ट का एक वीडियो भी वायरल है जिसमें सीआईएसएफ की वर्दी में एक महिला सुरक्षाकर्मी को ये कहते हुए सुना जा सकता है, “इसने बयान दिया था न कि सौ-सौ रुपए के लिए बैठी हैं आंदोलन में ? ये बैठेगी वहां पर? मेरी माँ भी बैठी हुई थी जब इसने बयान दिया था.”https://theleaderhindi.com/nepal-government-recalled-its-ambassadors-from-11-countries-including-india-know-the-reason-behind-this/