
द लीडर। उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर राज्यसभा चुनाव होना है. वहीं समाजवादी पार्टी से राज्यसभा के लिए कपिल सिब्बल ने नामांकन कर दिया है. कपिल सिब्बल ने लखनऊ में राज्यसभा के लिए नामांकन किया है. पूर्व में कांग्रेस से राज्यसभा सांसद रहे कपिल सिब्बल ने बुधवार को लखनऊ में सपा से राज्यसभा के लिए नामांकन पत्र दाखिल कर दिया.
#WATCH | Kapil Sibal filed nomination for Rajya Sabha elections, with the support of SP, in presence of party chief Akhilesh Yadav & party MP Ram Gopal Yadav
He says, "I've filed nomination as Independent candidate. I have always wanted to be an independent voice in the country" pic.twitter.com/HLMVXYccHR
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 25, 2022
जावेद अली ने भी भरा नामांकन
कपिल सिब्बल के अलावा एक अन्य सीट से जावेद अली खान ने नामांकन भर दिया है. वहीं तीसरी सीट पर डिंपल यादव को राज्यसभा भेंजने का फैसला किया है. सपा के दूसरे प्रत्याशी जावेद अली के नामांकन के दौरान सपा महासचिव रामगोपाल यादव मौजूद रहे.

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वहीं कपिल सिब्बल के नामांकन के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव और प्रोफेसर राम गोपाल यादव मौजूद रहे. कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेंजे जाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि कपिल सिब्बल बड़े नेता रहे हैं. इसके अलावा डिंपल यादव गुरुवार को नामांकन करेंगीं.
कपिल सिब्बल ने बताई कांग्रेस से इस्तीफा देने की वजह
नामांकन के बाद कपिल सिब्बल ने कहा कि, 16 मई को मैंने कांग्रेस से त्यागपत्र दे दिया था. ये एक आजाद आवाज के लिए महत्वपूर्ण है. जब एक निर्दलीय की आवाज उठेगी तो लोगों को लगेगा की वो किसी पार्टी की आवाज नहीं है.
हम विपक्ष में रह कर गठबंधन बनाना चाहते हैं. जो मोदी सरकार का विरोध करें. मैं खुद इसका प्रयास करूंगा. मैं पिछली बार भी यूपी से राज्यसभा गया था. बता दें कि इससे पहले कपिल सिब्बल कांग्रेस से राज्यसभा सांसद थे. यूपी में राज्यसभा की 11 सीटों पर राज्यसभा चुनाव होना है.
कपिल सिब्बल कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक, 23 असंतुष्ट नेताओं के समूह के “जी-23” का हिस्सा थे, जिन्होंने पार्टी के नेतृत्व और संगठन को पूरी तरह से बदलने का आह्वान किया था. वह हाल के हफ्तों में गांधी परिवार के नेतृत्व की आलोचना के बारे में भी मुखर रहे थे. उनके इस्तीफे को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि, कपिल सिब्बल बड़े नेता रहे हैं. इसलिए एक सीट से वे राज्यसभा जाएंगे.
कपिल सिब्बल ने हाल ही में लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की. जानकारी के मुताबिक सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान का प्रतिनिधित्व किया था.
अखिलेश-आजम के बीच की दूरी कम कराएंगे सिब्बल?
बताया जा रहा है कि, कांग्रेस नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील कपिल सिब्बल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और आजम खां के बीच की दूरी कम करा सकते हैं. समाजवादी पार्टी कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेज रही है.
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अखिलेश के इस फैसले से पार्टी को राज्यसभा में एक बुलंद आवाज मिलेगी, तो वहीं पार्टी के अंदर चल रही अंदरूनी राजनीति भी खत्म हो सकेगी. समाजवादी पार्टी आजम और शिवपाल के बगावती रूख से खासी परेशान है. ऐसे में माना जा रहा है कि, आजम को मनाने में कपिल सिब्बल बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.
बता दें कि, सपा विधायक आजम खां 27 महीने बाद जेल से बाहर आए हैं. कोर्ट में उनकी पैरवी पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुप्रीम कोर्ट में वकील कपिल सिब्बल ने की थी. ऐसे में दावा किया जा रहा है कि, आजम खां की पैरवी के लिए सपा ने कपिल सिब्बल को ही तैयार किया है.
तीन सीटों पर कब्जा जमा सकती है सपा
यूपी में राज्यसभा की 11 सीटों पर चुनाव होगा। विधानसभा में सदस्यों की संख्या के आधार पर 11 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी सात और समाजवादी पार्टी तीन सीटों पर कब्जा जमा सकती है। वहीं, समाजवादी पार्टी से राज्यसभा चुनाव के लिए कपिल सिब्बल और जावेद अली खान ने नामांकन दाखिल कर दिया है.
आजम बोले- सपा ने सिब्बल को राज्यसभा भेजा तो अच्छी बात
इससे पहले भी वह कपिल सिब्बल की तारीफ करते हुए उनके प्रति आभार जता चुके हैं। आजम खां ने यह भी कहा कि रामपुर से वह उपचुनाव नहीं लड़ेंगे। कोई भी उम्मीदवार हो उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी।
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