द एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, विश्वकप सुरक्षाकर्मी समलैंगिक प्रशंसकों से इंद्रधनुषी झंडे जब्त कर सकते हैं जिससे समलैंगिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए उन पर हमला न हो। हालांकि खाड़ी देश कतर समलैंगिक संबंधों को अपराध मानने के साथ ही उनका स्वागत भी करेगा, लेकिन उनको झंडे लहराने की अनुमति नहीं होगी। (LGBTQ Flag FIFA 2022)
कतर के वरिष्ठ अधिकारी मेजर जनरल अब्दुलअज़ीज़ अब्दुल्ला अल अंसारी एलजीबीटीक्यू के लिए खुले समर्थन के खिलाफ हैं। अंसारी का कहना है कि 21 नवंबर-दिसंबर के लिए एलजीबीटीक्यू जोड़ों का कतर में स्वागत किया जाएगा। लेकिन, कतर के आठ स्टेडियमों को इंद्रधनुषी झंडों से नहीं सजाया जाना चाहिए।
फीफा और विश्व कप आयोजकों ने पहले कहा था कि उनका स्वागत किया जाएगा। समस्या यह है कि एलजीबीटीक्यू आजादी का प्रतीक उनका ध्वज है और कतर में समलैंगिकता अपराध है। (LGBTQ Flag FIFA 2022)
एपी ने अल अंसारी के साथ आंतरिक मंत्रालय में विश्व कप की योजना के बारे में एक घंटे तक बात की, जो अंतरराष्ट्रीय सहयोग विभाग के निदेशक व राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी समिति के अध्यक्ष हैं।
उन्होंने LGBTQ के मामले पर कहा, मैच देखें, यह ठीक है, लेकिन झंडे लहराकर पूरे समाज का अपमान न करें। महज 28 दिन के लिए मजहब नहीं बदला जा सकता है, इसलिए इस बात का ख्याल रखा जाना जरूरी है।
LGBTQ समर्थकों और भेदभाव विरोधी प्रचारकों ने समर्थकों के टिकटों की संभावित जब्ती की निंदा है।
हालांकि, अल अंसारी ने अपनी टिप्पणी को भेदभावपूर्ण नहीं माना। (LGBTQ Flag FIFA 2022)
क्या है एलजीबीटी
एलजीबीटी समुदाय किसी की मनमानी का नतीजा नहीं है। यह प्राकृतिक मनोभावना है जो कुदरती तौर पर अंगों या मन मस्तिष्क में होती है। यही वजह है कि पूरी दुनिया में हर वर्ग-जाति के अंदर ऐसे लोग मौजूद हैं। समलैंगिकों को आम बोलचाल की भाषा में एलजीबीटी कहा जाता है। यह अंग्रेजी के शब्दों की शॉर्ट फॉर्म है। इसे विस्तार से समझिए।