द लीडर हिंदी: प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को बिहार के राजगीर में स्थित नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्धघाटन किया. इस दौरान उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहे. इस समारोह में कई देशों के राजदूत भी मौजूद रहे.बता दें विश्वविद्यालय के कुलपति अभय कुमार सिंह ने इसे ऐतिहासिक बताया.नए कैंपस में दो एकेडमिक ब्लॉक हैं. यहां 40 कक्षाएं हैं, जिसमें 900 छात्र एक साथ बैठ सकते हैं. नए कैंपस में 300 सीटों वाले दो सभागार भी बनाए गए हैं. यहां 550 छात्रों के लिए हॉस्टल सुविधा है.
ये कैम्पस ‘नेट ज़ीरो’ ग्रीन कैम्पस है. यह कैंपस सोलर प्लांट, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और रिसाइक्लिंग प्लांट जैसे कई पर्यावरण अनुकूल सुविधाओं से लैस है.आपको बतादें नया परिसर नालंदा विश्वविद्यालय के प्राचीन खंडहरों के पास है, जिसे नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम, 2010 के माध्यम से स्थापित किया गया था. यह अधिनियम 2007 में फिलीपींस में दूसरे पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में लिए गए निर्णय का पालन करता है.आपको बताते चले नालंदा विश्वविद्यालय को ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, चीन, इंडोनेशिया और थाईलैंड सहित 17 अन्य देशों का समर्थन हासिल है, जिन्होंने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.
विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को 137 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है. 2022-24 और 2023-25 के लिए स्नातकोत्तर कार्यक्रमों और 2023-27 के पीएचडी कार्यक्रम में नामांकित अंतर्राष्ट्रीय छात्रों में अर्जेंटीना, बांग्लादेश, कंबोडिया, घाना, केन्या, नेपाल, नाइजीरिया, श्रीलंका, अमेरिका और जिम्बाब्वे के छात्र शामिल हैं.