
द लीडर हिंदी: बरेली में मकर संक्रांति और नववर्ष के मौके पर बाजार से लिए गए खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच रिपोर्ट ने हड़कंप मचा दिया है। जांच में सामने आया है कि 60 फीसदी से अधिक खाद्य सामग्री अधोमानक या असुरक्षित पाई गई। इनमें लाल मिर्च, हल्दी, दही, तेल, मसाले और नमकीन जैसे रोज़मर्रा के इस्तेमाल वाले खाद्य पदार्थ शामिल हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग के अनुसार, मार्च में अब तक जांचे गए 129 सैंपलों में से केवल 55 ही मानकों पर खरे उतरे, जबकि 19 पूरी तरह असुरक्षित और 55 अधोमानक मिले हैं। एक सैंपल मिस ब्रांडेड पाया गया।
सबसे खतरनाक मिलावटें: दही में ट्रांस फैट, मिर्च में सिंथेटिक रंग
दि बियर कैफे, पीलीभीत बाइपास: हेमंत सिंह के यहां से लिए गए दही में विजातीय वसा (ट्रांस फैट) की मिलावट मिली।
दरबारे खास के मेराज इस्लाम से ली गई लाल मिर्च में सिंथेटिक रंग मिला।
कालीबाड़ी में अनुज अग्रवाल की दुकान से लिया गया बेसन असुरक्षित पाया गया।
शहर भर के प्रतिष्ठानों में खराब खाद्य सामग्री
खाद्य सुरक्षा टीम ने अलग-अलग स्थानों से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे थे। इन प्रतिष्ठानों में गंभीर गड़बड़ियां मिलीं.
रामपुर गार्डन: मैदा (प्रशांत जायसवाल)
बहेड़ी: नमकीन (सुरेश अग्रवाल)
सुभाषनगर: काजू बर्फी (गौरव, बाजपेयी स्वीट कॉर्नर)
नोनबाइ गली, जामा मस्जिद: काली मिर्च सेव (नसीर)
सीबीगंज, बंडिया: अरहर दाल (शकील)
बिशारतगंज: बूंदी (फरीदी स्वीट हाउस)
फरीदपुर: मिक्स मिल्क (अमर सिंह), सरसों तेल (सगीर अहमद)
परसाखेड़ा: धनिया पाउडर (आशिफ खान)
सरकड़ा: भैंस का दूध (कौशल)
फतेहगंज पश्चिमी: दही (तसलीन लस्सी सेंटर)
मौला नगर: लाल मिर्च पाउडर (अशरफ अली)
बड़ी कार्रवाई की तैयारी में विभाग
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अक्षय गोयल ने बताया कि अधोमानक खाद्य सामग्री बेचने वालों पर वाद दायर कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं, असुरक्षित खाद्य पदार्थों की रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गई है, वहां से अनुमति मिलते ही कठोर कार्रवाई की जाएगी।