ले मशालें चल पड़े हैं लोग मेरे गांव के… सुनिए, बल्ली सिंह चीमा की ये कविता उन्हीं की आवाज में

जनकवि बल्ली सिंह चीमा किसान आंदोलन में हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर वे अपनी चर्चित कविता, ले मशालें चल पड़े हैं लोग मेरे गांव के…गुनगुना रहे हैं. द लीडर पर सुनिए बल्ली सिंह चीमा की ये कविता, उन्हीं की आवाज में.

Ateeq Khan

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