‘चोरी की तिजोरी’ में ‘क्रिकेट के भगवान’ पार्टनर !

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Sachin Tendulkar

‘पेंडोरा पेपर्स’ ने दुनिया के नेताओं, राजनेताओं और अरबपतियों के बीच साठगांठ से कमाए माल और वित्तीय लेन-देन का खुलासा कर सनसनी फैला दी है। इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में दुनिया के नेताओं के अज्ञात वित्तीय लेनदेन का खुलासा किया गया है। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि इसमें 91 देशों के 330 से ज्यादा राजनेताओं, बड़े अफसरों, भगोड़ों, चोर-डकैतों, कलाकारों, हत्यारों का वैश्विक स्तर पर जुड़ी कतार का डेटा है। लीक में पूर्व ब्रिटिश प्रधान मंत्री टोनी ब्लेयर से लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, उद्योगपति अनिल अंबानी तक का नाम भी है। गुप्त दस्तावेजों में उनकी वित्तीय गतिविधियों का पर्दाफाश किया गया है। (Pandora Papers Cricket)

चौंकाने वाली बात यह है कि इसमें ‘क्रिकेट के भगवान’ कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का नाम भी है। लीक के अनुसार, प्रमुख विश्व नेताओं “छिपे हुए खजाने” के गुप्त दस्तावेजों में दर्ज संपत्ति से वह भी जुड़े हुए हैं।

रिपोर्ट का एक हिस्सा है: “गुप्त दस्तावेजों से जुड़े लोगों में भारत के क्रिकेट सुपरस्टार सचिन तेंदुलकर, पॉप स्टार शकीरा, सुपर मॉडल क्लाउडिया शिफर और एक इतालवी डकैत शामिल हैं, जिसे ” लेल द फैट वन “के रूप में जाना जाता है।”

इस सिलसिले में द इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है, “स्पोर्ट्स आइकन सचिन तेंदुलकर ने पनामा पेपर्स के उजागर होने के तीन महीने बाद ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में अपनी कंपनी के काम समेटने की बात कही थी।”

डीडब्ल्यू न्यूज के अनुसार, तेंदुलकर के वकील ने दावा किया कि क्रिकेटर का निवेश वैध है और कर अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है।

सचिन भारतीय क्रिकेट के इतिहास के सबसे बड़े नामों में से एक हैं, जिन्होंने भारत के लिए कुल 200 टेस्ट और 463 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। सचिन ने अपना टेस्ट डेब्यू तब किया, जब वह केवल 16 साल के थे और 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने। साल 2013 में तेंदुलकर ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 200वें टेस्ट के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया। (Pandora Papers Cricket)

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पेंडोरा पेपर लीक कितना बड़ा है?

रिपोर्ट से पता चला है कि डेटा संग्रह में 2.94 टेराबाइट डेटा में 11.9 मिलियन दस्तावेज़ हैं। टैक्स-हेवेन में 14 फर्मों से 29 हजार कारोबार और ट्रस्टों के मालिकाने का विवरण है। कुछ दस्तावेज़ 1970 के दशक के हैं, लेकिन ज्यादातर वे ही व्यवसाय, ट्रस्ट और फ़ाउंडेशन का नाम है, जिनको 1996 और 2010 के बीच बनाया गया।

इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स ICIJ ने 130 समाचार संगठनों के 600 से ज्यादा पत्रकारों के साथ लीक की फाइलें साझा की हैं, जिससे यह इतिहास का सबसे बड़ा पत्रकारीय साझेदारी हो गई है। (Pandora Papers Cricket)

पेंडोरा पेपर्स के लीक सामने आते ही मौजूदा और पहले रहे नेताओं और 130 से ज्यादा अरबपतियों को झटका लगा। जब उनके अमूमन गोपनीय रहने वाले बैंकिंग सौदों और अवैध लेन-देन का पिटारा खुला। हैं?

दरअसल, 2019 में एक अज्ञात स्रोत ने वाशिंगटन स्थित इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स ने बड़े पैमाने पर दस्तावेज़ जमा करना शुरू किए। इन दस्तावेजों की फाइलों में भगोड़ों, अपराधियों, मशहूर हस्तियों, फुटबॉल खिलाड़ियों, न्यायधीशों, कर अधिकारियों, खुफिया अफसरों, महापौरों, नेताओं, रईसों के छुपे हुए धन को दिखाया गया है। (Pandora Papers Cricket)

ICIJ के प्रमुख जेरार्ड राइल कहते हैं, “हम यहां लाखों पैसे की बात नहीं कर रहे हैं, अरबों डॉलर की बात कर रहे हैं।”

”ICIJ ने महसूस किया कि लीक एक नए स्तर पर आ चुका है, जबकि दस्तावेज़ जमा करने का काम 2020 तक हुआ।”

”बहुत बड़ा जाल है, जिसमें शेल कंपनियों, नींव और ट्रस्ट, अचल संपत्ति, नौकाओं और जेट खरीदने के लिए ऐसी संस्थाओं का इस्तेमाल, निवेश करने के लिए इन संस्थाओं का इस्तेमाल और बैंक खातों के बीच रकम का लेन-देन और वित्तीय योजनाओं से कर चोरी शामिल है। कुछ कागजात मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य वित्तीय अपराधों से जुड़े हुए हैं।”

खोजी पत्रकारों का अंतर्राष्ट्रीय संघ (ICIJ) क्या है?

इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (ICIJ) की स्थापना 1997 में वाशिंगटन में यूएस सेंटर फॉर पब्लिक इंटीग्रिटी द्वारा की गई थी, हालांकि यह 2017 से स्वायत्त है। यह उत्तर व दक्षिण अमेरिका, यूरोप, एशिया और ऑस्ट्रेलिया सहित दुनियाभर के लोगों को रोजगार देता है। (Pandora Papers Cricket)

इसने एक नए प्रकार की सहयोगी पत्रकारिता का बीड़ा उठाया है, जिसमें दुनियाभर के मीडिया संगठन और पत्रकार लीक की जांच के लिए एक विशाल न्यूज़रूम में एक साझा मंच पर सहयोग करते हैं।


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