टाइम मैगजीन ने फिलिस्तीन के जुड़वां मुना-मुहम्मद को दुनिया की 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में रखा

द लीडर : फिलिस्तीन के मानवाधिकार एक्टिविस्ट, मुना और मुहम्मद अल-कुर्द, जोकि जुड़वा भाई-बहन हैं-को प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने दुनिया की 100 सबसे प्रभावशाली शख्सियतों की सूची में शामिल किया है. इस साल की शुरुआत में इजरायल ने पूर्वी येरुशलम के शेख जर्राह में आबाद फिलिस्तीनियों को, उनके घरों से जबरन हटाने की हिंसक कार्रवाई शुरू की थी. तब 23 साल के दोनों भाई बहन इजरायल के खिलाफ डटकर खड़े रहे. इजरायल के क्रूर चेहरे को दुनिया के सामने बेनकाब करने के साथ अवैध कब्जा रोकने की कोशिश का वैश्विक चेहरा बनकर उभरे. (Palestine Muna Muhammad Time)

प्रोटेस्ट के दौरान इजरायल ने जून में भाई-बहनों को गिरफ्तार कर लिया था. कई घंटों की हिरासत में रखा. पूछताछ की. मुना और मुहम्मद पूर्वी येरुशल के उस परिवार से आते हैं, जिनका घर इजरायल के अवैध कब्जे वाले हिस्से में आता है.

टाइम मैगजीन ने उन्हें प्रभावशाली हस्तियों की सूची में जगह देते हुए कहा है-एक्टिविस्ट मुना अल कुर्द और मुहम्मद ने कब्जे वाले पूर्वी येरुशलम के बाशिंदों को देखने के लिए दुनिया को एक खिड़की प्रदान की है. जिसने फिलिस्तीन और इजरायल को लेकर एक अंतरराष्ट्रीय बदलाव के लिए प्रेरित करने में मदद की.


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ट्वीटर पर एक संदेश में मुहम्मद अल कुर्द ने कहा-टाइम मैग्जिन की सूची में नामित किए जाने को सकारात्मक विकास बताया है. लेकिन फिलिस्तीन के लिए इतना काफी नहीं है.

टाइम के चीफ एडिटर एडवर्ड फेलसेंथल ने कहा-दुनिया की शीर्ष-100 की सूची में, विश्व भर के असाधार नेताओं को चुना गया है, जो बेहतर भविष्य निर्माण के लिए काम कर रहे हैं. जो तमाम संकटों के बावजूद मैदान में हैं.

फिलिस्तीन में एक प्रोटेस्ट के दौरान मुना और मुहम्मद अल-कुर्द, दोनों भाई बहन.

याद रहे कि इस साल मई में इजरायली सैनिकों ने पूर्वी येरुशलम के शेख जर्राह से फिलिस्तीनियों को निकालने की कवायद शुरू की थी. यहां तक कि अल अक्सा मस्जिद के अंदर नमाजियों को भी निशाना बनाया था. इसके विरोध में व्यापक स्तर पर प्रोटेस्ट हुए थे.

ये प्रक्रिया यहीं नहीं थी. इजरायल ने गाजा पट्टी पर हमला कर दिया था. कई दिनों तक चले संघर्ष में करीब 181 फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए थे. जिनमें 50 के करीब बच्चे और महिलाएं थीं. बच्चों के कत्लेआम को लेकर इजरायल की दुनिया भर में आलोचना हुई थी.

मुना और मुहम्मद अल कुर्द.

इरानी वकील नसरीन को टाइम में जगह

टाइम ने ईरान की चर्चित मानवाधिकार कार्यकर्ता और वकील नसरीन सोतौदेह को भी 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में रखा है. नसरीन को 2019 में गिरफ्तार किया गया था. और 38 साल की जेल के साथ 148 कोड़े मारे जाने की सजा सुनाई गई थी.

उन पर ईरान सरकार के खिलाफ प्रोपोगैंडा फैलाने और सर्वोच्च नेता के अपमान का आरोप था. जेल में 46 दिनों की भूख हड़ताल के बाद उन्हें पिछले साल रिहा कर दिया गया था.

Ateeq Khan

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