नई दिल्ली | दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी को लेकर हाहाकार मचा है. दिल्ली सरकार लगातार ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने की मांग कर रही है. अब केंद्र सरकार ने दिल्ली के लिए ऑक्सीजन का कोटा बढ़ा दिया है. हालांकि दिल्ली सरकार इससे कहीं अधिक ऑक्सीजन की मांग कर रही थी. दरअसल, केंद्र सरकार ने दिल्ली के लिए ऑक्सीजन का कोटा 490 मीट्रिक टन से बढाकर 590 मीट्रिक टन कर दिया है. उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली को प्रतिदिन 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा, ‘ऑक्सीजन एक बड़ा मुद्दा है. सभी अस्पतालों से ऑक्सीजन की मांग की जा रही है. हमने कोर्ट में भी कहा है और केंद्र सरकार को भी लिखा है कि दिल्ली को प्रतिदिन 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है लेकिन हमें केवल 490 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित की गई है. कल हमें केवल 312 टन प्राप्त हुआ था. यह सब कैसे चलेगा?’
There is a major issue of oxygen. SOS is coming from all hospitals. We've spoken in courts & written to the Centre that Delhi requires 976 tons of oxygen daily but we've been allotted only 490 tons of oxygen. Yesterday we received only 312 tons. How will this work?: Delhi CM pic.twitter.com/WNWJK3i5Li
— ANI (@ANI) May 1, 2021
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘दिल्ली को ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए मैं निर्णय लेने वालों से हाथ जोड़कर अनुरोध करता हूं.’ इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार सरकार से पूछा था, ‘प्रदेश में कोविड-19 जांच में इतनी कमी क्यों आ गई है?’ न्यायमूर्ति विपिन सांघी और न्यायमूर्ति रेखा पल्ली की पीठ ने कहा कि पहले जहां जांच की संख्या एक लाख के आसपास थी, वह अब घटकर 70-80 हजार प्रतिदिन कैसे हो गई है? हाईकोर्ट ने सरकार से इस पहलू की पड़ताल करने और उसे सोमवार को सूचित करने का निर्देश दिया.
इस पर दिल्ली सरकार के वकील ने कहा, ‘हम प्रति दिन 70 हजार से 80 हजार जांच कर रहे हैं. हम कर्फ्यू से पहले एक लाख के आसपास जांच कर रहे थे. हम बाजार में जा रहे थे. इसलिए 30,000 जांच कम हो गए है.’