कोलकाता | पार्टियों ने केंद्र सरकार की वैक्सीन की बिक्री को ‘उदार’ बनाने और कीमतों को नियंत्रण मुक्त करने की नीति पर सवाल उठाए हैं. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार को वैक्सीनों की एक कीमत तय करना चाहिए.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘बीजेपी हर समय एक देश, एक पार्टी, एक नेता का नारा लगाती है लेकिन लोगों की जिंदगी बचाने के लिए उनके पास वैक्सीन की एक कीमत नहीं है. हर भारतीय को उम्र, जाति, पंथ, स्थान से परे फ्री वैक्सीन की जरूरत है. कोविड वैक्सीन की एक कीमत तय करने का लक्ष्य होना चाहिए फिर चाहे इसका भुगतान केंद्र करे या राज्य.’
One nation, one party, one leader shouts BJP all the time but to save lives they can’t have one price for vaccine.
Every Indian needs free vaccine, regardless of age, caste, creed, location. GoI must fix ONE price for Covid vaccine irrespective of who pays— Centre or the States.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) April 22, 2021
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे चरण की 43 सीटों पर वोटिंग हो रही है तो टीएमसी प्रमुख व ममता बनर्जी सातवें दौर के सीटों के लिए चुनावी प्रचार में जुटी है. ऐसे में उन्होंने दक्षिण दिनाजपुर में एक जनसभा को संबोधित करते कोविड वैक्सीन के मुद्दे पर बीजेपी को कटघरे में खड़ा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया. इतना ही नहीं ममता ने वैक्सीन के दामों को लेकर भी केंद्र सरकार को घेरा.
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ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल से लेकर देश भर में आज जो कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े है वो नरेंद्र मोदी के चलते हुए हैं. इतना ही उन्होंने कहा कि कोरोना से जो मौतें हो रही हैं, जिम्मेदार नरेंद्र मोदी हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि क्यों 6 महीने पहले सभी को वैक्सीन दी गई. केंद्र सरकार अभी तक वैक्सीन क्यों छुपा कर रखे हुए थी. उन्होंने कहा कि केंद्र से हमने जब वैक्सीन मांगी तो मना कर दिया गया जबकि वैक्सीन के लिए रुपए देने के लिए भी तैयार हूं. इसके बाद भी क्यों बंगाल को वैक्सीन नहीं मिल रही.
ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी राजनीतिक तौर पर एक देश एक चुनाव, एक पार्टी, एक पॉलिटिशियन की बात करती है, लेकिन वैक्सीन के समय में 1 वैक्सीन और अलग-अलग दाम पर बेचा जा रहा है. देश में क्यों नहीं वन वैक्सीन वन प्राइस होना चाहिए. क्यों केंद्र खरीदे तो डेढ़ सौ रुपए और राज्य खरीदे तो 400 रुपए. ये राज्यों के साथ भेदभाव नहीं तो क्या है. ममता ने मांग उठाई कि वैक्सीन आपातकालीन है और सभी को एक ही दाम पर मिलनी चाहिए और वैसे तो इसे मुफ्त में देना चाहिए.
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