द लीडर. पिछले दिनों राममंदिर के नाम पर अवैध रूप से चंदा वसूलने की कोशिश करने वालों को पुलिस ने पकड़ लिया था. कुछ इसी अंदाज में चंदा वसूली का मामला बरेली स्थित दरगाह ताजुश्शरिया को लेकर सामने आया है. काजी-ए-हिंदुस्तान एवं दरगाह ताजुश्शरिया के सज्जादानशीन मुफ्ती मुहम्मद असजद रजा कादरी ने ऐसा करने वालों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया है.
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दरगाह ताजुश्शरिया मुफ्ती अख्तर रजा खां अजहरी मियां की है, जो आला हजरत खानदान की अहम बुजुर्ग शख्सियत रहे हैं. तीन साल पहले विसाल होने के बाद दरगाह आला हजरत की बगल में ही ताजुश्शरिया की मजार बनाई गई है. इसके सज्जादानशीन असजद मियां हैं. उनका जमात रजा-ए-मुस्तफा के नाम से एक संगठन भी है, जिसकी इकाइयां देश के अलावा विदेशों में भी हैं. इसी संगठन के कुछ लोगों की तरफ से मजार की तामीर (निर्माण) के नाम पर चंदा मांगा जा रहा है.
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इस तरह की खबरें मिलने के बाद दरगाह ताजुश्शरिया के सज्जादानशीन असजद मियां ने साफ कर दिया है कि खानकाह की तामीर के लिए किसी तरह के चंदे की अपील नहीं की गई है. अगर जमात रजा-ए-मुस्तफा का नाम लेकर कोई शख्स चंदा मांगने के लिए आता है या सोशल मीडिया के जरिये मैसेज भेजता है तो उसकी इत्तेला देने का आह्वान किया है. इत्तेला के लिए तीन मोबाइल नंबर 7055078621, 8791845195, 9897382059 भी जारी किए हैं.