तीन साल की सज़ा के बाद ज़मानत मिलने पर आज़म ख़ान बोले-आज इंसाफ़ का क़ायल हो गया

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Azam Khan Ganga Ram Hospital
समाजवादी पार्टी के नेता आज़म ख़ान. फ़ाइल फ़ोटो

द लीडर. रामपुर एमपीएमएल कोर्ट (मजिस्ट्रेट ट्रायल) से फैसला सुनाए जाने के बाद चेहरे पर शिकन न कोई ग़ुस्सा. सपा के क़द्दावर नेता मुहम्मद आज़म ख़ान बीमार होने के बावजूद मुस्कराते नजर आए. फ़ैसले के बाद ज़मानत मिलने पर जब कोर्ट से बाहर आए तो शांत दिखाई दिए. चेहरे पर कोई मलाल नहीं था. मीडिया से बात करते ज़मानत मिलने की वजह साफ़ की. एक बड़ी बात भी कह गए-वह यह कि आज फ़ैसले का क़ायल हो गया हूं. क्यों यह साफ़ नहीं किया.


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मीडिया ने उनसे विधायकी जाने या नहीं जाने को लेकर भी सवाल किए. वह रामपुर से विधायक भी हैं. इस पर भी उनका जवाब नहीं आ सका. भीड़ ज़्यादा होने की वजह से सुरक्षा कर्मियों के साथ वह आगे निकल गए. पीछे सवाल गूंजते रह गए. बहरहाल, आज़म ख़ान की लंबी राजनीतिक पारी के लिए आज का दिन बहुत अहम है. उन पर 80 से ज़्यादा मुक़दमे दर्ज हैं और सभी सत्ता परिवर्तन के बाद हुए हैं. एक मामले में उन्हें तीन साल की सज़ा और 25 हज़ार का जुर्माना भी हो गया.


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ऐसे में उनकी राजनीतिक पारी अब किस अंदाज़ में आगे बढ़ेगी या ठहराव आएगा, यह देखने वाली बात होगी. हां, यह तय है कि उनके ख़िलाफ़ मज़बूत विपक्ष तैयार हो चुका है. कोर्ट का फ़ैसला आने के बाद जिस अंदाज़ में भाजपा नेता आकाश सक्सेना उर्फ हनी के लिए ज़िंदाबाद के नारे लगाए गए, उससे यह लग भी रहा था. ख़ेर आज़म ख़ान की राजनीति में दुश्वारी भरे पड़ाव पहले भी आते रहे हैं. अब जिस तरह के हालात हैं, उनसे पार पाना मुश्किल भरा है लेकिन उनके समर्थकों को यह उम्मीद है कि यह दिन भी रहेंगे.


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आजम खां के खिलाफ 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान मिलक कोतवाली क्षेत्र के खाता नगरिया गांव में भड़काऊ भाषण को लेकर मुक़दमा दर्ज हुआ था.उन पर आरोप है कि उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए भड़काऊ भाषण दिया था. जिसका वीडियो वायरल हुआ था.  वीडियो अवलोकन टीम के प्रभारी अनिल कुमार चौहान की ओर से मामले की रिपोर्ट मिलक कोतवाली में दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने विवेचना करते हुए चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी थी. मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए (मजिस्ट्रेट ट्रायल) निशांत मान की कोर्ट चल रही थी.


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