NIA करेगी उदयपुर हत्याकांड की जांच : राजस्थान में धारा 144 लागू, इंटरनेट सेवा बंद, शांति बनाए रखने की गुजारिश

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द लीडर। पैगंबर पर विवादित बयान देने वाली नुपूर शर्मा का समर्थन करने पर कन्हैयालाल की तालिबानी तरीके से हत्या कर दी है। वहीं हत्या के बाद से पूरे शहर में पुलिस तैनात कर दी गई है। एक महीने के लिए पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू की गई है। उधर, उदयपुर से भागे आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने राजसमंद जिले में नाका लगाकर गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी अजमेर शरीफ दरगाह की ओर बढ़ रहे थे।

उदयपुर हत्याकांड की जांच करेगी NIA

कन्हैया लाल की नृशंस हत्या के मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को सौंप दी है। गृह मंत्रालय ने एनआईए को निर्देश दिया है कि, इस हत्या के पीछे विदेशी लिंक समेत गहरी साजिश का पता लगाया जाए। एनआईए की एक विशेष टीम फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ घटनास्थल की तरफ रवाना हो गई है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक आला अधिकारी ने बताया कि, इस हत्याकांड के पीछे गहरी साजिश और विदेशी लिंक भी हो सकता है। एनआईए को पूरी गहरी साजिश का अंदर तक जाकर पता लगाने के निर्देश दिए गए है। केंद्रीय गृहमंत्रालय का कहना है कि, आरोपियों को नहीं बख्शा जाएगा।


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हत्याकांड के बाद क्या है राजस्थान का माहौल ?

कन्हैया हत्याकांड के बाद प्रदेशभर में धारा 144 लगाई गई है। इसके साथ ही इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया है। सभी जिलों में आगामी एक माह तक धारा 144 लागू रहेगी। वहीं पुलिस और प्रशासन के सभी अधिकारियों के छुट्टी को निरस्त कर दिया गया है। जिले में कर्फ्यू लगाने के निर्देश भी दिए है।

हत्याकांड के बाद लोगों में दहशत का माहौल देखने को मिल रहा है। उदयपुर में भारी पुलिसबल की तैनाती की गई है। कन्हैया लाल के परिजनों का आरोप है कि, हत्या में 20-25 लोग शामिल है. पीड़ित परिवार ने सभी की गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हत्या की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है।

उदयपुर हत्याकांड के तार दावत-ए-इस्लामी से जुड़े

राजस्थान के उदयपुर हत्याकांड के आरोपी रियाज और मोहम्मद गौस को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने एक वीडियो शेयर किया और बताया कि इस्लाम का बदला लेने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। मामले पर बोलते हुए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि, इस हत्याकांड के पीछे इंटरनेशनल साजिश है।

हत्याकांड के आरोपी रियाज और गौस का दावत-ए-इस्लामी नाम के संगठन से जुड़े होने के आरोप हैं। बताया जा रहा है कि, ये दोनों आरोपी दावत-ए-इस्लामी के ऑनलाइन कोर्स से जुड़े हैं। दावत-ए-इस्लामी संगठन पाकिस्तान के कराची से चलने वाली चैरिटी के नाम पर बनी संस्था है।

दावत-ए-इस्लामी क्या है ?

संगठन दावत-ए-इस्लामी पाकिस्तान का एक सुन्नी इस्लामी संगठन है और इसका मतलब इस्लाम की ओर आमंत्रण होता है। इसकी स्थापना साल 1981 में कराची में हुई थी। मौलाना अबू बिलाल मुहम्मद इलियास अत्तारी ने इसकी स्थापना की, जो पाकिस्तान में रहता है। इस संगठन की शाखाएं दुनियाभर में हैं। दावत-ए-इस्लामी संगठन दुनिया के 194 देशों में फैला है। ये संगठन ऑनलाइन कोर्स भी चलाता है। इसके ऑनलाइन कोर्स से ही उदयपुर हत्याकांड के दोनों आरोपी जुड़े हैं।

तालिबानी कल्चर नहीं स्वीकार करेंगे मुसलमान- अजमेर दरगाह दीवान

अजमेर दरगाह दीवान साहब ने इस बर्बर घटना की निंदा करते हुए कहा कि, ऐसे कृत्यों के लिए ना तो कुरान शरीफ और ना ही पैगम्बर मोहम्मद इजाजत देते हैं। उन्होंने समाज के सभी लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से एकता और अखडंता बनाए रखने की अपील की है।

उन्होंने कहा कि, भले ही हमारी जान चली जाए, लेकिन हम देश को तालिबानी कल्चर पर नहीं आने देंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा इस तरह की हरकतों से इस्लाम और देश बदनाम होने के साथ ही बेगुनाहों का खून होना गलत है।

सांप्रदायिक सद्भाव को बनाए रखने की अपील

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने भी उदयपुर में की गई हत्या की निंदा की है। जमीयत उलेमा-ए- हिंद के प्रेस सचिव द्वारा भेजे गए एक बयान में उन्होंने कहा कि, जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया उसे किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता, यह देश के कानून और हमारे धर्म के खिलाफ है। मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने देश के सभी नागरिकों से अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने और देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाने की अपील की।

ऐसे मुसलमानों का हम बायकॉट करते हैं- खालिद उस्मानी

चीफ काजी राजस्थान खालिद उस्मानी ने उदयपुर में हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि सिर्फ दाढ़ी बढ़ाने और टोपी पहनने से कोई मुसलमान नहीं होता। इस तरह की घटना बहुत घृणित घटना है। इसका असर पूरे प्रदेश पर पड़ा है। हम इस तरह की घटनाएं कभी स्वीकार नहीं करेंगे। इंसानियत सबसे बड़ी चीज है। इस्लाम हमें यह नहीं सिखाता है कि हम इस तरह का कृत्य करें। उन्होंने कहा कि, ऐसे मुसलमानों का हम बायकॉट करते हैं।

इस्लाम अमन और शांति का मजहब है- अल्लाह खुद रहमान कासमी

अल्लाह खुद रहमान कासमी का कहना है कि, इस्लाम में ऐसी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है। इस्लाम अमन और शांति का मजहब है। जो लोग ऐसी घटनाएं कारित करते हैं। वे शरारती लोग हैं और इस्लाम को बदनाम करने वाले लोग हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने देशवासियों से अपील की है कि, वे शांति बनाए रखें।

मुस्लिम परिषद संस्थान ने की शांति बनाए रखने की गुजारिश

मुस्लिम परिषद संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष यूनुस चौपदार ने कहा कि, उदयपुर की घटना निंदनीय है। ऐसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। ऐसा करने वाला सख्त से सख्त सजा का हकदार है। निहायत ही रहम करने वाले रब के नाम पर किसी की जान लेना इस्लाम में कतई स्वीकार्य नहीं है। मुस्लिम परिषद संस्थान ने प्रदेश के आम लोगों से अमन और शांति की गुजारिश की है।


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उलेमाओं की अपील, गुनाहगारों को मिले कड़ी सजा

कन्हैयालाल की हत्या की निंदा करते हुए उलेमाओं ने पकड़े गए दोनों आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की अपील की है। साथ ही लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया है। एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसा, काजी खालिद उस्मानी, जमात ए इस्लामी हिंद समेत कई और मुस्लिम नेताओं और धर्मगुरुओं ने लोगों से माहौल न बिगाड़ने की अपील की है।

पुलिस की नाकामी है उदयपुर की घटना – ओवैसी

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, उदयपुर की घटना राजस्थान की पुलिस की नाकामी है। कन्हैया लाल की हत्या को रोका जा सकता था, वो पहले से इसकी शिकायत कर रहे थे। ये क्रूर हत्या है हम उसका विरोध करते हैं। जो वीडियो बनाए गए इससे साफ है कि कट्टरता कैसे बढ़ रही है देश में। नूपुर शर्मा को गिरफ्तार किया जाए कोर्ट की धाराओं की तहत सजा मिले।

ममता बनर्जी ने की शांति बनाए रखने की अपील

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना की निंदा करते हुए ट्विटर पर लिखा कि, हिंसा और उग्रवाद अस्वीकार्य हैं, चाहे कुछ भी हो। उन्होंने आगे लिखा कि, मैं उदयपुर में जो कुछ हुआ उसकी कड़ी निंदा करती हूं। कानून इस मामले में अपनी कार्रवाई करेगा, मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करती हूं।

धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं – राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उदयपुर में हुए हत्याकांड की निंदा करते हुए कहा कि धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती और आतंक फैलाने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया कि, उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं। धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस कदर हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख़्त सज़ा मिले।

उदयपुर हत्याकांड पर मायावती ने जताई नाराजगी

राजस्थान के उदयपुर में हुए हत्याकांड के बाद पुलिस लगातार सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए हैं। इस बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर घटना पर दुख व्यक्त किया है. साथ ही सभी से संयम बरतने की अपील की है। पूर्व सीएम ने राजस्थान सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी सजा दिलाने की मांग की है।

उदयपुर हत्याकांड को लेकर यूपी में भी अलर्ट

उदयपुर में हुए हत्याकांड को लेकर उत्तर प्रदेश में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि, प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। संवेदनशील इलाकों में फूट पेट्रोलिंग करने और गहन चेकिंग करने के भी निर्देश दिए गए हैं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। फिलहाल पुलिस सोशल मीडिया पर नजर रखी हुई है।


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