द लीडर हिंदी, चंडीगढ़। पंजाब में बिजली की भारी कटौती के मुद्दे पर बवाल मचा हुआ है. अब इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा है. सिद्धू ने कहा है कि, अगर सही दिशा में कोशिश करें तो पंजाब में बिजली कटौती की जरूरत नहीं पड़ेगी.
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मुख्यमंत्री कार्यालयों के कामकाज का समय और एसी के इस्तेमाल निर्धारित नहीं कर सकते. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद सीएम अमरिंदर पर यह सिद्धू का पहला हमला है.
अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा भुगतान करता है पंजाब- सिद्धू
नवजोत सिंह सिदधू ने ट्वीट करके कहा कि, पंजाब प्रति यूनिट 4.54 रुपए की औसत लागत पर बिजली खरीद रहा है. जबकि राष्ट्रीय औसत 3.85 रुपए प्रति यूनिट और चंडीगढ़ 3.44 रुपए प्रति यूनिट का भुगतान कर रहा है.
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तीन प्राइवेट थर्मल प्लांट्स को पंजाब 5 से 8 रुपए प्रति यूनिट भुगतान करता है जो अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा है.
Truth of Power Costs, Cuts, Power Purchase Agreements & How to give Free & 24 hour Power to the People of Punjab:- 1. There is No need for Power-Cuts in Punjab or for the Chief Minister to regulate office timings or AC use of the Common People … If we Act in the right direction
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 2, 2021
पीएसपीसीएल को करनी पड़ रही है कटौती
बता दें कि, भीषण गर्मी के बीच पंजाब में प्रति दिन बिजली की मांग 14,000 मेगावाट से अधिक हो गई है, जिसके कारण सरकारी बिजली आपूर्तिकर्ता पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) को मजबूरन बिजली कटौती और उद्योगों पर पाबंदियां लगानी पड़ रही हैं.
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राज्य में बिजली आपूर्ति में कथित अनियमितता से उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिसके खिलाफ लोगों ने कई जगह विरोध प्रदर्शन किए और सड़कों को जाम कर दिया. विपक्ष ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर राज्य में बिजली की मांग के अनुरूप आपूर्ति करने में विफल रहने का आरोप लगाया है.
पीएसपीसीएल के मुताबिक, बुधवार को राज्य में बिजली की मांग 14,142 मेगावाट तक पहुंच गयी जबकि आपूर्ति 12,842 मेगावाट की है.
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