
द लीडर हिंदी: नागपुर में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग पर शुरू हुआ विवाद अब हिंसा में बदल गया है। बीते 24 घंटे में शहर का माहौल बुरी तरह बिगड़ गया है। हालात इतने तनावपूर्ण हो गए कि नागपुर के 11 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाना पड़ा है। उपद्रवियों की इस हिंसा में तीन DCP समेत 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, वहीं 5 आम नागरिक भी जख्मी बताए जा रहे हैं।
हिंसा के बाद नागपुर में अब पुलिस की सख्त मौजूदगी है और 2000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। DCP निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी से हमला हुआ, वो गंभीर रूप से घायल हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में इस पूरे मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए साफ कहा, “पुलिस पर हमला क्षम्य नहीं है। जिसने भी हमला किया, उन्हें कब्र से भी खोदकर निकालेंगे।”
क्या कहा CM फडणवीस ने?
मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि यह घटना किसी एक समुदाय की नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश है। अफवाहें फैलाने और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई होगी।“1992 के बाद नागपुर में ऐसा माहौल नहीं बना था। नागपुर शांति के लिए जाना जाता है।” उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस अभी जांच के अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंची है, लेकिन जो भी दोषी होगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा।
कैसे भड़की हिंसा?
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, उपद्रवी पूरी तैयारी के साथ आए थे।
- मास्क पहने, हाथों में रॉड लिए उपद्रवियों ने घरों, क्लिनिकों में तोड़फोड़ की
- वाहनों में आगजनी की,
- CCTV कैमरे भी तोड़ दिए गए
स्थानीय लोगों का कहना है कि हिंदू संगठनों की ओर से औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग के बाद यह बवाल भड़का।
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए…
- 11 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू है — कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पांचपावली, शांत नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामबाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर
- क्यूआरटी और दंगा नियंत्रण पुलिस, एक DCP रैंक अधिकारी के नेतृत्व में लगातार गश्त कर रही है
- DGP रश्मि शुक्ला ने सभी अफसरों को सख्त निर्देश दिए हैं
50 से ज्यादा गिरफ्तारियाँ, CCTV फुटेज से पहचान
अब तक 5 केस दर्ज किए जा चुके हैं और 50 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस CCTV फुटेज खंगाल रही है ताकि सभी दोषियों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जा सके।