इटरनल्स पर बैन लगाने वाले मुस्लिम देश बेवकूफ: एंजेलिना जोली

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हॉलीवुड अभिनेत्री एंजेलिना जोली ने कई इस्लामी देशों में अपनी नई फिल्म इटरनल्स के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने की आलोचना करके उनको ‘बेवकूफ’ कहा है। फिल्म में पात्रों में समलैंगिक संबंधों के अंतरंग दृश्यों के कारण बैन लगाने की चर्चा है। जिन इस्लामी देशों में फिल्म को प्रतिबंधित किया गया है, उसका कारण समलैंगिक चुंबन को दिखाए जाने पर ऐतराज बताया जा रहा है। प्रतिबंध लगाने वाले देशों में सऊदी अरब, कतर, कुवैत, बहरीन और ओमान जैसे कई मुस्लिम-बहुल देशों का नाम बताया जा रहा है। (Muslim Countries Are Ignorant)

हॉलीवुड सुपरस्टार एंजेलिना जोली ने मार्वल स्टूडियोज की सुपर हीरोज वाली इस फिल्म पर बैन लगाने पर मुस्लिम देशों को ‘इग्नोरेंट’ शब्द बोलकर प्रतिबंध को लेकर चर्चा को हवा दे दी है।

बताया जा रहा है कि प्रतिबंध से पहले स्थानीय सेंसर ने मार्वल स्टूडियोज को समलैंगिक दृश्यों को काटने का अनुरोध किया था, जिसे खारिज कर दिया गया। (Muslim Countries Are Ignorant)

फिल्म 11 नवंबर को मध्य पूर्वी देशों में रिलीज होने वाली थी, लेकिन विवादित सीन को न हटाने से वितरण प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया।

फिल्म में अहम भूमिका निभाने वाली जोली ने भी विवाद के बारे में अपना पक्ष रखकर नई बहस खड़ी कर दी। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ”यह स्थिति दुखद है, जो लोग समलैंगिक संबंधों को स्वीकार नहीं कर रहे, वे दरअसल अज्ञानी हैं।”

इस मौके पर जोली ने दृश्यों को काटने से मना करने के मार्वल के कदम की भी सराहना की।

सऊदी अरब, कुवैत, कतर जैसे कई मुस्लिम बहुल देशों में समलैंगिकता अवैध है। नई फिल्म रिलीज होने से पहले सेंसर बोर्ड अक्सर अनुरोध करते हैं कि उनके देशों में प्रदर्शित होने से पहले ऐसे दृश्यों को फिल्मों से काट दिया जाए।

वहीं, ‘इटरनल्स ‘ में समलैंगिक चरित्र बड़े पर्दे पर मार्वल का पहला समलैंगिक सुपरहीरो है।

जनवरी में मार्वल स्टूडियोज के चेयरमैन केविन फीगे ने कहा कि कंपनी एक सुपरहीरो फिल्म बना रही है, जिसमें पहला ट्रांसजेंडर सुपरहीरो शामिल है। (Muslim Countries Are Ignorant)

मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स (एमसीयू) की नई फिल्म ‘इटरनल्स ‘ में एंजेलीना जोली, सलमा हायेक से लेकर कुमाई नानजियानी जैसे कई प्रमुख कलाकार हैं। हैरी स्टाइल्स भी इस फिल्म में थैनोस के भाई इरोज का किरदार निभाते हुए दिखाई देते हैं।

प्रतिबंध को लेकर उपजे विवाद के बीच कई समीक्षकों का कहना है कि फिल्म के खिलाफ प्रतिबंध केवल समलैंगिक चुंबन नहीं हो सकता है। इस्लामी देशों में देवताओं और भविष्यवक्ताओं का किरदार हमेशा से समस्या रही है, क्योंकि वहां इस चीज को ईश निंदा माना जाता है।


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