नेता जी का 82वां जन्मदिन… जानें कैसा रहा मुलायम सिंह यादव का सियासी सफर ?

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द लीडर। यूपी के लाल और समाजवादी पार्टी की जड़ें मजबूत करने में अपना अमूल्य योगदान देने वाले और तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ-साथ देश के रक्षामंत्री रहे समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का आज अपना 82वां जन्मदिन मना रहा हैं. वहीं इस मौके पर पीएम मोदी और सीएम योगी ने मुलायम सिंह यादव को जन्मदिन की बधाईयां दी हैं. बता दें कि, समाजवादी पार्टी ने ऐलान किया है कि, वह सादगी से सपा संरक्षक का जन्मदिन मनाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी हैं. पीएम मोदी ने मुलायम के स्वस्थ्य व सुदीर्घ जीवन की कामना भी की है. समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के लिए ट्वीट कर पीएम मोदी ने लिखा कि, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जी को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं. देश की राजनीति में उन्होंने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. मैं उनके स्वस्थ एवं सुदीर्घ जीवन की कामना करता हूं. Mulayam Singh Yadav’s Birthday.


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सीएम योगी ने दी जन्मदिन की बधाई

वहीं इस खास मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलायम सिंह यादव को जन्मदिन की बधाई दी है. साथ ही उन्होंने मुलायम सिंह की लंबी उम्र की भी कामना की है. सीएम योगी ने ट्विटर पर उन्हें बर्थडे विश किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. प्रभु श्री राम से आपके उत्तम स्वास्थ्य व सुदीर्घ जीवन की कामना करता हूं. Mulayam Singh Yadav’s Birthday.


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शिवपाल ने सैफेई में रखा दंगल

शिवपाल सिंह यादव ने मुलायम को जन्मदिन की बधाई दी है. शिवपाल ने सैफई में रविवार को ही कवि सम्मेलन का आयोजन किया, लेकिन अखिलेश इसमें भी नहीं पहुंचे. शिवपाल यादव आज सुबह सैफई के चंदगीराम स्टेडियम में मुलायम के जन्मदिन पर दंगल करा रहे हैं. लेकिन, अखिलेश इस दौरान लखनऊ में ही रहेंगे. लखनऊ में अखिलेश केक काट कर मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन मनाएंगे.

साल 2017 में कई महीनों की खटपट के बाद यादव कुनबे में फूट पड़ गई थी. शिवपाल और अखिलेश के रास्ते अलग हो गए थे. पहले तो समाजवादी पार्टी पर कब्जे की लड़ाई हुई और बाद में शिवपाल यादव ने अपनी अलग पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बनाई थी. इसके बाद से ही अखिलेश और शिवपाल में मनमुटाव है. शिवपाल बार-बार विलय और गठबंधन की संभावना की बात कहते रहे हैं. 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर चाचा-भतीजे अपनी-अपनी रथयात्रा लेकर मैदान में हैं. शिवपाल सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा को लेकर यूपी में घूमे हैं तो अखिलेश यादव विजय यात्रा को लेकर यूपी की सत्ता पर दांव ठोंक रहे हैं. Mulayam Singh Yadav’s Birthday .


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मुलायम सिंह यादव का राजनीतिक सफर (Mulayam Singh Yadav Political Journey)

मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को हुआ था. वह आज 82 साल के हो गए हैं. मुलायम सिंह यादव पहली बार 1967 में विधायक चुने गए थे. आपातकाल के दौरान मुलायम सिंह यादव 19 महीने तक जेल में रहे थे. पहली बार वह 1977 में राज्य मंत्री बनाये गए. 1980 में वह लोकदल के अध्यक्ष बने. 1985 के बाद मुलायम ने क्रांतिकारी मोर्चा बनाया. मुलायम सिंह यादव 1989 में पहली बार यूपी के सीएम बने. 1990 में केंद्र में वीपी सिंह की सरकार गिरने के बाद मुलायम सिंह यादव ने चंद्रशेखर के जनता दल (सोशलिस्ट) से जुड़े और मुख्यमंत्री बने रहे. इसमें कांग्रेस का समर्थन भी शामिल था. 1991 में कांग्रेस का समर्थन वापस लेने से मुलायम सरकार गिर गई. 1991 में बीच में ही चुनाव हुए, लेकिन मुलायम सिंह यादव की पार्टी की सरकार नहीं बनी. इसके बाद 1992 में मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी का गठन किया. और 1993 में बसपा के समर्थन से एक बार फिर मुलायम सत्ता में लौटे. इसके बाद 2003 में मुलायम सिंह यादव फिर सत्ता में लौटे और सीएम बने. मुलायम सिंह यादव 1996 से 1998 तक देश के रक्षामंत्री भी रहे. 2012 में मुलायम सिंह यादव की पार्टी फिर सत्ता में लौटी, लेकिन इस बार मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव को सीएम बनाया और सक्रिय राजनीति से थोड़ी दूरी बना ली. अपने लंबे राजनीतिक जीवन में मुलायम सिंह यादव ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं. उन्होंने 1992 में समाजवादी पार्टी की स्थापना की.

बता दें कि, मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के एक ऐसे नेता के रूप में जाने जाते हैं, जिन्होंने साधारण परिवार से निकलकर प्रदेश और देश की सियासत में एक बड़ी पहचान बनाई. वह तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और एक बार देश के रक्षा मंत्री के रूप में सेवा दे चुके हैं. 22 नवम्बर, 1939 को इटावा जिले के छोटे से गांव सैफई में पैदा होने वाले मुलायम ने शुरुआती दिनों में शिक्षण कार्य किया. लेकिन लोहिया और उनके साथ के लोगों के संपर्क में आने के बाद उन्होंने सियासत की ओर रुख किया. लोकदल के विधायक के रूप में सियासत में कदम रखने वाले मुलायम ने 1992 में समाजवादी पार्टी की नींव रखी. Mulayam Singh Yadav Political Journey.

मुलायम सिंह यादव ने की सपा की जड़ें मजबूत

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की जड़ें मजबूत करने में उनका अमूल्य योगदान माना जाता है. इस पार्टी ने प्रदेश में चार बार सरकार बनाई. तीन बार वह खुद मुख्यमंत्री रहे जबकि चौथी बार 2012 में उनके पुत्र अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी. अखिलेश यादव के कार्यकाल में उनके परिवार में विरासत को लेकर कड़ा संघर्ष शुरू हो गया. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की हैसियत से एक बड़ी बैठक बुलाकर उनके पुत्र अखिलेश यादव ने खुद को राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया और मुलायम सिंह यादव को पार्टी का संरक्षक बना दिया गया. मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल से पद और सरकार में भूमिका को लेकर कड़ा संघर्ष चला, जिसका असर 2017 के विधानसभा के चुनाव पर भी हुआ. 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा बुरी तरह हार गई और बाद में शिवपाल यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नाम से अलग संगठन बना लिया. मुलायम सिंह यादव फिलहाल समाजवादी पार्टी के संरक्षक हैं और मैनपुरी से पार्टी के उम्मीदवार. Mulayam Singh Yadav Political Journey.


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