द लीडर। पैगंबर मोहम्मद के अपमान के बाद कानपुर में तीन जून को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा मामले में नया मोड़ सामने आया है। कानपुर में पुलिस ने बाबा बिरयानी के नाम से मशहूर ढाबा मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। ढाबा मालिक पर हिंसा में फंड मुहैया कराने का आरोप है।
तीन जून को कानपुर में जमकर बवाल मचा था। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की गई थी। जिसके बाद कानपुर में तीन जून को जुमे की नमाज के बाद जमकर बवाल हुआ है। वहीं पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया। और अभी भी कार्रवाई जारी है।
हिंसा के मुख्य आरोपी को फंड देने का आरोप
हिंसा मामले में कानपुर की पुलिस ने अब बाबा बिरयानी ढाबे के मालिक मुख़्तार बाबा को हिरासत में ले लिया है। पुलिस का दावा है कि, मुख़्तार बाबा ने ही हिंसा के मुख्य आरोपी गया जफर हयात हाशमी को फंड दिया था। मुख़्तार बाबा पर कई क्रिमनल केस दर्ज हैं। अब जल्द ही एसआईटी हिंसा के और भी आरोपियों को गिरफ्तार कर सकती है।
यह भी पढ़ें: अफगानिस्तान में भूकंप से तबाही : 1000 से ज्यादा लोगों की मौत, पाकिस्तान में भी महसूस किए गए झटकें
कानपुर पुलिस ने बताया कि, मुख्तार बाबा को हिरासत में लिया गया है। विवेचना के दौरान मिली जानकारी के आधार पर उनकी गिरफ्तारी हुई है। उनसे पूछताछ की जा रही है। विधि और कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अदालत का जो आदेश होगा। वह मान्य होगा।
मुख्य आरोपी पहले ही गिरफ्तार
बीते 3 जून को जुमे की नमाज के बाद हिंसा की घटना हुई थी। वहीं हिंसा मामले की जांच के लिए पुलिस ने एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी की जांच में बड़े खुलासे निकल कर सामने आ रहे हैं।
उपरोक्त मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड मुख्य आरोपी जफर हयात सहित अन्य को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अब पुलिस ने मुख्तार बाबा को गिरफ्तार किया है। उन पर आरोपियों को फंड मुहैया कराने का आरोप है।
पूरी प्लानिंग के साथ हुई हिंसा की घटना
बताया जा रहा है कि, पूरी प्लानिंग करके हिंसा की घटना को अंजाम दिया गया है। वहीं कानपुर के बाद उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी हिंसा भड़की। जिसमें प्रयागराज, मुरादाबाद समेत कई जिले शामिल हैं।
वहीं दिल्ली, झारखंड, महाराष्ट्र में भी हिंसा की आग फैली। कानपुर हिंसा को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया था। दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव, फायरिंग और पेट्रोल बम चले थे।
पुलिस ने मास्टर माइंड हयात जफर और उसके साथी जावेद अहमद खान, मो सूफियान और मो राहिल को जेल भेजा था। कानपुर हिंसा में 57 उपद्रवियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। कानपुर हिंसा प्रायोजित थी, इसके सुबूत एसआईटी के हाथ लगे हैं।
मसहूर बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा पर पिछले कई दिनों से पुलिस शिकंजा कसती जा रही थी जिसके बाद बुधवार को मुख्तार बाबा को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी की पुष्टि ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने की है।
ऐसे हुई विवाद की शुरुआत?
कानपुर में फैली हिंसा की शुरुआत बीजेपी से निलंबित की जा चुकीं प्रवक्ता नूपुर शर्मा के एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी से हुई थी। उनके बयान के विरोध में कानपुर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बाजार बंद बुलाया था। इसी दौरान दुकानों को बंद कराए जाने को लेकर बवाल हो गया था जिसके बाद हिंसा भी हुई थी।
बाद में भारतीय जनता पार्टी ने धर्म विशेष को लेकर उनके बयान से किनारा करते हुए उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। इस मामले में अब तक 57 उपद्रवियों को जेल भेजा जा चुका है।
यह भी पढ़ें: यूपी में नए मिशन की पहल, हर दिन मरीज से खुद बात करेंगे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक