द लीडर : उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में मीट बिक्रेता शाकिर को भीड़ द्वारा घेरकर लाठी-डंडों से पीटने की घटना में शामिल चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. और दो की तलाश में दबिश दी जा रही है. पिछले दिनों बरेली में नवनिर्वाचित प्रधान इश्हाक की हत्या के बाद शाकिर की लिंचिंग के घटनाक्रम ने समूचे रुहेलखंड की कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगा दिया था. लेकिन लिंचिंग का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और दूसरे दिन ही चार आरोपियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है.
घटनाक्रम रविवार का है. आरोप है कि शाकिर एक बाइक से मीट बेचने निकले थे. रास्ते में उन्हें मनोज ठाकुर, प्रदीप, बाबू, गुलशन, विजय, सुमित और चार-पांच अज्ञात लोगों ने घेर लिया. पहले 50 हजार रुपये मांगे. इस धमकी के साथ कि गौकशी के इल्जाम में पकड़वा देंगे. बाद में लाठी-ठंडो से शाकिर को पीटने लगे. जिसमें शाकिर को गंभीर चोटें आई हैं. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है. जिसमें भीड़ शाकिर को पीटती नजर आ रही है.
शाकिर के भाई की ओर से ये तहरीर दर्ज कराई है. सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस नेता और मुरादाबाद से लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी रहे शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग उठाई. और ट़वीटर पर ये घटनाक्रम ट्रेंड करने लगा.
छह आरोपियों समेत चार-पांच अज्ञात के विरुद्ध पुलिस ने एफआइआर दर्ज करके चार को गिरफ्तार किया है. कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि पुलिस ने घटना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए चार को गिरफ्तार किया है. हमारी टीम लगातार घटना पर नजर बनाए हुए है.
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वहीं मुरादाबाद के सांसद एचटी हसन ने शाकिर के साथ हुए घटनाक्रम पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए दोषियों के विरुद्ध कड़ी सजा की मांग उठाई है.
दरअसल, हाल ही में उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों के साथ तीन घटनाएं हो चुकी है. बरेली में नव निर्वाचित प्रधान हाफिज इश्हाक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
और उन्नाव के बांगरमऊ में पुलिस ने 18 साल के सब्जी बिक्रेता फैसल को पीटकर मौत के घाट उतार दिया. शाकिर के साथ ये तीसरी घटना है. यही वजह है कि सोशल मीडिया पर इन तीनों घटनाओं को एक साथ रखकर आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग तेज हुई है.