द लीडर | मेट्रोमैन ई.श्रीधरन ने गुरुवार को हैरानी भरा कदम उठाते हुए राजनीति छोड़ दी। उन्होंने कहा कि मैं कोई राजनेता नहीं था। मलप्पुरम में अपने गृहनगर में उन्होंने कहा, “बहुत से लोग नहीं जानते हैं, मैं अब 90 साल का हूं और जहां तक मेरी उम्र मानी जाती है, मैं उन्नत अवस्था में हूं।
जब मैं कहता हूं कि मैं सक्रिय राजनीति छोड़ रहा हूं, इसका मतलब यह नहीं है कि मैं राजनीति छोड़ रहा हूं। जब मैं चुनाव हार गया तो मुझे दुख हुआ, लेकिन अब मैं दुखी नहीं हूं क्योंकि एक विधायक के साथ कुछ नहीं किया जा सकता।” उन्होंने कहा कि भाजपा की राज्य इकाई का वोट शेयर 16 से 17 फीसदी था, लेकिन अब इसमें कमी आई है।
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विधानसभा चुनाव में मिली थी हार
बता दें ई श्रीधरन केरल विधानसभा चुनाव 2021 में भाजपा की ओर से सीएम का चेहरे के तौर पर चुनाव में उतारे गए थे। लेकिन केरल विधानसभा चुनाव में पलक्कड़ सीट से वो चुनाव लड़े और मौजूदा विधायक शफी परम्बिल से 3,859 मतों से हार गए थे।
बीजेपी-एनडीए, जिसने 2 अप्रैल को विधानसभा चुनाव लड़ा था, केरल में कम से कम 35 सीटों पर जीत की उम्मीद की थी लेकिन नेमोम जैसी अपनी अकेली सीट पर भी अपनी जीत बरकरार रखने में विफल रही। ‘मेट्रोमैन’ श्रीधरन और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन सहित भाजपा के सभी प्रमुख चुनावी उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा था।
अपने ट्रस्ट के लिए काम करेंगे श्रीधरन
मेट्रो मैन ने ये भी कहा कि मैं कभी राजनेता नहीं था, क्योंकि मैं एक नौकरशाह हूं। मैं अब राजनीति में सक्रिय नहीं रहूंगा। मैं दूसरी तरीकों से भी लोगों की सेवा कर सकता हूं। मैं तीन ट्रस्टों को चला रहा हूं और मुझे उसमें काम करना है।
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