द लीडर : भारत में सुन्नी-बरेलवी मुसलमानों के मरकज (केंद्र) दरगाह आला हजरत प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन के बीच टकराव के हालात बन गए हैं. आला हजरत के उर्से रजवी में जायरीन और पुलिस के बीच विवाद मामले में दरगाह के प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां (सुब्हानी मियां) ने प्रशासन को शुक्रवार तक का अल्टीमेटम दे रखा है. इस मांग के साथ कि गिरफ्तार जायरीन को रिहा करें और केस वापस लें. वरना वह गिरफ्तारी देंगे. उनके इस ऐलान की इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आइएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने हिमायत की है. (Ala Hazrat IMC Maulana)
आइएमसी के 21वें स्थाना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए मौलाना ने कहा कि उर्स में हुए विवाद को लेकर जायरीन नहीं, बल्कि पुलिस जिम्मेदार है. जगह-जगह बैरिकेड लगाकर उन्हें रोका और भड़काया गया. अगर प्रशासन ने दरगाह प्रमुख की मांगों पर गौर नहीं किया. तो आइएमसी के कार्यकर्ता भी उनके साथ गिरफ्तारी देंगे.
दरगाह और आइएमसी के इस ऐलान के बाद पुलिस-प्रशासन में बेचैनी हो गई है. इसलिए भी क्योंकि आला हजरत भारत ही नहीं बल्कि देश-दुनिया के सुन्नी-बरेलवी मुसलमानों का मरकज है. और यहां के प्रमुख के गिरफ्तारी देने पर देशभर में विरोध में गिरफ्तारियों का सिलसिला चल सकता है.
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आपको बता दें कि 2 से 4 अक्टूबर तक आला हजरत का उर्स मनाया गया था. चार अक्टूबर यानी सोमवार को कुल हुआ. इसमें लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी. उर्स के पहले दो दिन तक तो प्रशासन ने जायरीन के आने पर कोई रोका-टोकी नहीं की. लेकिन आखिरी दिन शहर के तमाम रास्तों पर बैरियर लगा दिए. उर्स में हाजिरी न देने पाने से नाराज अकीदतमंदों ने प्रदर्शन किया. इसको लेकर शहामतगंज में पुलिस और जायरीन के बीच झड़प हो गई थी.
इस मामले में पुलिस ने मौलाना दानिश को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. और सात नामजद समेत 400 से 500 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. वीडियो फुटेज के आधार पर कुछ के घरों पर दबिश भी दी. पुलिस की इसी कार्रवाई को लेकर दरगाह प्रबंधन नाराज है. (Ala Hazrat IMC Maulana)