द लीडर : इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC)के अध्यक्ष मौलाना तौक़ीर रज़ा ख़ान ने यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर अपना रुख़ लगभग साफ कर दिया है. मौलाना समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाक़ात कर चुके हैं. और उनके जवाब के इंतज़ार में हैं. वह स्पष्ट करते हैं कि ज़रूरत पड़ी तो आइएमसी चुनाव नहीं लड़ेगी बल्कि बाहर से किसी दल को समर्थन करेगी, जो भाजपा को हरा सके.
सपा को लेकर उनके रुख में तल्खी और नरमी दोनों नज़र आती हैं. एक तरफ वह अखिलेश यादव के जवाब का इंतज़ार कर रहे हैं. अपनी उस शर्त को लेकर-जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर सपा की सरकार बनती है, तो क्या अखिलेश दंगा आयोग का गठन करेंगे. इसी शर्त के संदर्भ में मौलाना सपा के 2012 से 2017 तक के शासन काल में हुए दंगों का हवाला देते हुए अखिलेश पर हमलावर भी होते हैं. (Maulana Tauqeer Akhilesh Yadav)
इससे एक बात तो साफ होती है कि मौलाना सपा के साथ जाना तो चाहते हैं-लेकिन सशर्त. अब सवाल ये है कि क्या सपा उनकी शर्तों को मंज़ूर करेगी? आपको बता दें कि तीन महीने पहले ही सपा ने मौलाना के साथ गठबंधन का प्रस्ताव भेजा था. ये प्रस्ताव पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमीक जामई लाए थे.