द लीडर : तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को तीसरी बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. विधानसभा चुनावों में टीएमसी ने 294 में से 210 सीटों पर जीत दर्ज की थी. राजभवन में आयोजित शपथ समारोह में राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. ममता बनर्जी को बंगाल चुनाव में 47 प्रतिशत वोट मिले थे. (Mamta Banerjee Sworn Chief Minister Bengal)
5 जनवरी 1955 को जन्मीं ममता बनर्जी ने 1998 में तृणमूल कांग्रेस पार्टी बनाई थी. वर्ष 2011 में उन्होंने बंगाल की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. तब से वे लगातार तीसरी बार ये जिम्मेदारी संभाल रही हैं. ममता से पहले बंगाल में लेफ्ट का राज था, जिसे ढहाकर वह सत्ता पर काबिज हुईं.
सुश्री ममता बनर्जी जी को प. बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में लगातार तीसरी बार शपथ लेने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ!
प. बंगाल उनकी ऐतिहासिक जीत की तरह, उनके ओजस्वी नेतृत्व में अमन-चैन और तरक़्क़ी के भी नये मानक निर्मित करे यही कामना है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 5, 2021
2021 का विधानसभा चुनाव का काफी दिलचस्प रहा. केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल में पूरी ताकत झोंक दी. राज्य में महज 3 सीटों वाली भाजपा इतनी ताकत के साथ चुनाव लड़ी कि उसने बंगाल में बहुमत की सरकार बनाने का दावा किया. हालांकि भाजपा सरकार अपने इस लक्ष्य में सफल नहीं हो सकी. उसे 77 सीटों पर ही विजय मिल पाई. लेकिन बंगाल में राजनीति में भाजपा विपक्ष की भूमिका तक पहुंच गई है. जबकि कांग्रेस और लेफ्ट का पूरी तरह से सफाया हो गया है.
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बंगाल में चुनाव के बाद से लगातार हिंसा जारी है. इसको लेकर टीएमसी और भाजपा एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जड़ रही है. भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि जैसे-जैसे बंगाल के नतीजे आए हैं. वैसे-वैसे हिंसा का तांडव देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि ये लड़ाई हम निर्णायक मोड़ तक लड़ेंगे.
जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री के बंगाल को विकास की मुख्यधारा में लाने के संकल्प को हम आगे बढ़ाएंगे. विकास की नई कहानी हम एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका अदा करके निभाएंगे.
नड्डा ने कहा कि जो तस्वीरें मैंने विभाजन के समय देखी थी वे ताजा होती दिख रही थीं. जिनको रक्षा करनी चाहिए वे ही इस हिंसा के तांडव के जिम्मेदार लोग हैं. ऐसे लोग शपथ लें, प्रजातंत्र में सबको शपथ लेने का अधिकार है लेकिन हम भी शपथ लेते हैं कि बंगाल की धरती से राजनीतिक हिंसा खत्म करेंगे.