कोलकाता | काफी देर से नंदीग्राम में चल रही विधानसभा सीट की लड़ाई को ममता ने जीत लिया है. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी को 1200 वोटों से हरा दिया है. खास बात यह रही कि मतगणना के ज्यादातर समय वह शुभेंदु से पीछे रहीं लेकिन आखिरकार उन्होंने जीत दर्ज कर ही ली.आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी को छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर लिया था. 2016 के चुनावों में शुभेंदु अधिकारी ने इस सीट पर लेफ्ट के उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराया था.
नंदीग्राम बंगाल की सबसे हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही है, जहां एक अप्रैल को 88 फीसदी मतदान हुआ था. यहां पर टीएमसी प्रमुख मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी से शुभेंदु अधिकारी आमने-सामने हैं. बता दें नंदीग्राम सीट पश्चिम बंगाल की एक हाईप्रोफाइल सीट मानी जाती है. ममता बनर्जी के राजनीतिक सफर में नंदीग्राम एक अहम पड़ाव है. नंदीग्राम आंदोलन के जरिए ही ममता को लेफ्ट के खिलाफ निर्णायक बढ़त मिली थी.
नं दीग्राम में ममता बनर्जी हुईं आगे
बंगाल की नंदीग्राम सीट पर सुबह से ही पीछे चल रहीं ममता बनर्जी अब आगे हो गई हैं। रुझानों में ऐसा पहली बार है जब ममता बनर्जी शुभेंदु अधिकारी से आगे हुई हैं। बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी भाजपा के शुभेंदु अधिकारी के मुकाबले अब करीब 1200 वोटों से आगे चल रही हैं।
सातवें राउंड में भी सुवेंदु अधिकारी आगे
छठे राउंड के बाद सुवेंदु अधिकारी 7,237 वोटों से आगे
छठे राउंड के बाद सुवेंदु अधिकारी ने एक बार फिर ममता बनर्जी पर बड़ी बढ़त बना ली थी। छठे राउंड में भाजपा के सुवेन्दु अधिकारी टीएमसी उम्मीदवार ममता बनर्जी से 7237 वोट से आगे चल रहे थे। इस राउंड में सुवेन्दु को 42,574, ममता को 35,337 एवं वाममोर्चा प्रत्याशी मीनाक्षी मुखर्जी को महज 2258 वोट प्राप्त हुआ था।
2009 से नंदीग्राम में टीएमसी का कब्जा
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में आने वाली नंदीग्राम विधानसभा सीट पर 2009 से सत्ताधारी टीएमसी का कब्जा है। 2016 में नंदीग्राम में कुल 87 फीसदी वोट पड़े थे। 2016 में टीएमसी से सुवेंदु अधिकारी ने सीपीएम के अब्दुल कबीर सेख को 81,230 वोटों के अंतर से हराया था।
ममता बनर्जी ने भी नंदीग्राम में किया था चंडी पाठ
वैसे ममता बनर्जी ने भी नंदीग्राम में हिंदू वोटरों को अपनी ओर खींचने के लिए चुनावी रैली के दौरान मंच से ही चंडी पाठ किया था। ममता चुनाव प्रचार के दौरान नंदीग्राम में कई मंदिरों में भी गईं थी।
नंदीग्राम में सुवेंदु का है काफी प्रभाव
दरअसल, बहुचर्चित नंदीग्राम आंदोलन में ममता बनर्जी के साथ रहे सुवेंदु इस आंदोलन के पोस्टर बॉय माने जाते हैं। पूर्व मेदिनीपुर जिले से ही आने वाले सुवेंदु का इस क्षेत्र में खासा प्रभाव है। उन्होंने 2016 में टीएमसी के टिकट पर चुनाव लड़कर यहां से जीत दर्ज की थी। अधिकारी ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
चुनाव से पहले सुवेंदु ने की थी टीएमसी से बगावत
बता दें कि सुवेंदु अधिकारी चुनाव से पहले टीएमसी से नाता तोड़ कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
सुवेंदु के भाजपा में शामिल होने के बाद ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। इससे पहले 2011 में टीएमसी की सरकार बनने के बाद ममता ने कोलकाता की भवानीपुर सीट से चुनाव लड़कर विधायक बनीं। ममता बनर्जी का गृहक्षेत्र भी भवानीपुर ही है। हालांकि इस बार ममता भवानीपुर सीट की बजाय नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही हैं।
बंगाल में काफी आगे चल रही है तृणमूल
इधर, बंगाल के चुनावी नतीजे पर नजर डालें तो शुरुआती रुझानों में तृणमूल कांग्रेस काफी आगे चल रही है। रुझानों में बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए तृणमूल कांग्रेस 197 सीटों पर जबकि भाजपा काफी पीछे यानी 92 सीटों पर ही आगे चल रही है। तृणमूल और भाजपा के बीच सीटों का फासला अब काफी बढ़ गया है।