द लीडर : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से सांसद आजम खां की रिहाई के लिए ललितपुर में लोहिया युवा वाहिनी और मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड ने जल सत्याग्रह किया. साथ ही राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर सांसद आजम खां की रिहाई की मांग की है.
सीतापुर जेल में आजम खां की तबीयत सोमवार को बिगड़ गई थी. इसके बाद जेल प्रशासन के डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें दोबारा लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अस्पताल में भर्ती आजम खां की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता समेत उनके समर्थक चिंतित हो उठे. वायरल तस्वीरों में उनकी हालत काफी नाजुक दिखी. पहले कोरोना और बाद में अन्य बीमारियों की चपेट में आने के कारण वह बेहद कमजोर हो गए हैं.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार को आजम खां को देखने के लिए मेदांता अस्पताल भी पहुंचे थे. अखिलेश यादव ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए आजम खां को रिहा किए जाने की मांग की थी.
उधर, सोशल मीडिया पर भी आजम खां की रिहाई के लिए मांग की जा रही है. साथ ही उनके जल्द स्वस्थ होने के लिए दुआएं की जा रही हैं.
कोरोना संक्रमित होने पर मेदांता में कराया गया था भर्ती
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सांसद आजम खां और उनके बेटे अब्दुला आजम संक्रमित पाए गए थे. जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
पिछले हफ्ते उन्हें वहां से सीतापुर जेल वापस भेज दिया गया था. उस समय भी उन्हें दोबारा जेल में शिफ्ट किए जाने को लेकर उनकी पत्नी की ओर से विरोध किया गया.
उनका कहना था कि सांसद आजम खां अभी पूरी तरह से स्वस्थ नहीं है. जेल में उनकी तबीयत सोमवार को एक बार फिर से बिगड़ गई.
जिस पर उन्हें दोबारा मेदांता में भर्ती कराया गया है. डाॅक्टरों का कहना है कि उनकी तबीयत स्थिर है, लेकिन उनके नजदीकी लोगों ने बताया कि उनकी हालत काफी नाजुक है.